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अमरीकी और ब्रिटिश सैनिकों से दो-दो हाथ करने के लिए बेताब हैं, यमनी सैनिक

यमन में अमरीका और ब्रिटेन के हवाई हमलों के बाद, अल-हौसी आंदोलन ने कहा है कि अब अमरीकी और ब्रिटिश जहाज़ भी वैध लक्ष्य बन गए हैं।

अल-हौसी आंदोलन के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद अल-बुख़ैती ने लेबनान के अरबी भाषा के अल-मयादीन टेलीविज़न चैनल से बात करते हुए दोहराया कि जब तक ग़ज़ा में इस्राईली हमले जारी रहेंगे, तब तक इस्राईली जहाज़ों के ख़िलाफ़ उनका ऑप्रेशन जारी रहेगा और अब इस सूची में अमरीकी और ब्रिटिश जहाज़ भी जुड़ गए हैं।

अल-बुख़ैती का कहना था कि यमन के ख़िलाफ़ अमरीका और ब्रिटेन के हमलों के जवाब में, अब सभी अमरीकी और ब्रिटिश जहाज़ों को लक्ष्य बनाया जाएगा, और ऐसा करना अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप होगा।

अल-हौसी आंदोलन के उच्च अधिकारी का कहना था कि यमनी सैनिक, सीधे अमरीकी सैनिकों के साथ दो-दो हाथ करने के लिए बेताब हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमरीका और ब्रिटेन यमन में अपने सैनिकों को उतारने की ग़लती करेंगे, तो यमनी समाज एकजुट होकर उन्हें ऐसा सबक़ सिखाएगा कि फिर वह कभी यह ग़लती नहीं दोहराएंगे।

उन्होंने वाशिंगटन, लंदन और तेल-अवीव को चेतवानी दी कि अगर वे अपने जहाज़ों को यमनी जवाबी हमलों से बचाना चाहते हैं, तो ग़ज़ा पट्टी में फिलिस्तीनियों का नरसंहार तुरंत रोक दें।