टुक हिर्स-ओ-हवा को छोड़ मियाँ मत देस बिदेस फिरे मारा क़ज़्ज़ाक़ अजल का लूटे है दिन रात बजा कर नक़्क़ारा क्या बधिया भैंसा बैल शुतुर क्या गौनें पल्ला सर-भारा क्या गेहूँ चाँवल मोठ मटर क्या आग धुआँ और अँगारा सब ठाठ पड़ा रह जावेगा जब लाद चलेगा बंजारा गर तो है लक्खी बंजारा और खेप […]
इतिहास
एक हत्या जिसने ब्रिटिश भारत को हिलाकर रख दिया और एक राजा को सत्ता से हटा दिया
यह एक सामान्य हत्या लग रही थी। सौ साल पहले आज ही के दिन – 12 जनवरी 1925 को – औपनिवेशिक भारत में बम्बई (अब मुंबई) के एक उपनगर में कार सवार एक जोड़े पर कुछ लोगों के समूह ने हमला कर दिया था, जिसमें पुरुष की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी तथा […]
14 जनवरी 1858 को सैकड़ो क्रांतिकारियों को भोपाल रियासत के सिहोर मे गोलियों से उड़ा दिया गया था!
Ataulla Pathan =============== *14 जनवरी 1858 को सैकड़ो क्रांतिकारियों को सिहोर मे गोलियों से उड़ा दिया गया।* सभी शहीदो को खिराज ए अकिदत 🟥🟦🟩🟨🟪🟧🟫🟥 🟡 *6 अगस्त 1857 को “सिपाही बहादुर” के नाम से सरकार तक बना ली। बागियों की सरकार को दर्शाने के लिये दो झण्डे निशाने मुहम्मदी और निशाने महावीरी क़िला के बुर्ज […]
भारत में सबसे पहले बिजली कोलकाता में आई थी, कोलकाता के बाद 1882 में मुंबई में बिजली की लाई गई!
चंबल का शेर ============== अगर इतिहास में जाएं तो भारत में सबसे पहले बिजली कोलकाता (तब के कलकत्ता) में आई थी. कलकत्ता में बिजली से जलने वाली लाइट का पहला डेमो 24 जुलाई 1879 को किया गया था। कोलकाता के बाद 1882 में मुंबई (बंबई) में बिजली की लाई गई. भारत में बिजली सबसे पहले […]
#इतिहास_की_एक_झलक : आगरा में स्थित ”इतिमाद-उद-दौला” का मक़बरा!
इतिमाद-उद-दौला का मकबरा, जिसे कभी-कभी “बेबी ताज” के नाम से भी जाना जाता है, वो मुग़ल साम्राज्य का एक नायाब रत्न है। ये शानदार मकबरा आगरा, भारत में स्थित है। 1622 से 1628 के बीच बनकर तैयार हुआ ये मकबरा अपनी खूबसूरत सफेद संगमरमर की जाली और उस पर की गई जटिल जड़ावट के लिए […]
#इतिहास_की_एक_झलक : ”ख़ानज़ादा बेगम” महान मुग़ल सम्राट ज़हीरुद्दीन मोहम्मद बाबर की बड़ी बहन!
ख़ानज़ादा बेगम (1478 – 1545) तैमूरवंशी राजकुमारी थीं और फ़रग़ना के अमीर उमर शेख़ मिर्जा द्वितीय की सबसे बड़ी बेटी थीं। वह मुग़ल साम्राज्य के संस्थापक, बाबर, की बड़ी बहन भी थीं। ख़ानज़ादा का जन्म मध्य एशिया के फ़रग़ना के अंदिजान में हुआ था। वह एक उच्च शिक्षित महिला थीं, और उन्हें अपने सौंदर्य, बुद्धि […]
#इतिहास_की_एक_झलक : मुमताज़ महल की ख़ास सेविका ”सती-उन-निसा” जिन्हें “सतीना” भी कहा जाता था!
सती-उन-निसा, जिन्हें “सतीना” भी कहा जाता था, एक भारतीय-फारसी डॉक्टर थीं। वो मुमताज महल की खास महिला सेविका और बादशाह शाह जहाँ की महलदार (हुक्म चलाने वाली महिला) थीं। साथ ही, उन्होंने शाह जहाँ की बेटियों जहाँआरा बेगम और गौहर आरा बेगम को तालीम भी दी। वह ईरान के माज़ंदरान इलाके से थीं, जहाँ उनके […]
#इतिहास_की_एक_झलक : शमशेर बहादुर प्रथम, उत्तरी भारत के बांदा के एक मराठा शासक!
शमशेर बहादुर प्रथम (1734 – 1761) उत्तरी भारत के बांदा के एक मराठा शासक थे। वह बाजीराव प्रथम और मस्तानी के पुत्र थे। उन्होंने उत्तर भारत के मराठा विजय में लड़ाई लड़ी और 1761 में पानीपत की तीसरी लड़ाई में भाग लिया, जहां वह घायल हो गए और कुछ ही समय बाद उनकी मृत्यु हो […]
#इतिहास_की_एक_झलक : फ़रुख़नगर-गुड़गांव स्थित ”शीश महल”, महान मुग़ल सम्राट औरंगज़ेब के परपोते सम्राट फ़रुख़ सिया द्वारा नियुक्त गवर्नर, फ़ौजदार ख़ान का निवास स्थान!
फरुखनगर, जिला-गुड़गांव में स्थित शीश महल, मुगल सम्राट औरंगजेब के परपोते सम्राट फर्रुख सिया द्वारा नियुक्त गवर्नर, फौजदार खान का निवास स्थान था। यह महल खान ने 1733 ईस्वी में बनवाया था। महल का दीवान-ए-आम बलुआ पत्थर से बना एक आयताकार ढांचा है। यह एक ऊंचे चबूतरे पर बना है, जिसकी लकड़ी की छत और […]
#इतिहास_की_एक_झलक : जलालुद्दीन मुहम्मद शाह, बंगाल के सुल्तान और मध्यकालीन बंगाली इतिहास के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति!
जलालुद्दीन मुहम्मद शाह (15वीं शताब्दी के बंगाल के सुल्तान और मध्यकालीन बंगाली इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। जन्म के समय उनका नाम जादू था। उनके पिता राजा गणेश गणेश वंश के मुखिया थे और हिंदू धर्म को मानते थे। इलियास शाही वंश के तख्तापलट के बाद उन्होंने बंगाल की गद्दी संभाली। उन्होंने इस्लाम धर्म […]