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अमेरिका दुनिया को अस्थिर बनाने का सबसे बड़ा स्रोत है : चीन

चीन के विदेशमंत्री ने कहा कि अमेरिका दुनिया को अस्थिर बनाने का सबसे बड़ा स्रोत है।

समाचार एजेन्सी फार्स की रिपोर्ट के अनुसार वांग यी ने बीजींग में सिंगापुर के प्रधानमंत्री से मुलाकात में बल देकर कहा कि चीन के खिलाफ अमेरिकी कार्यवाहियों से सिद्ध होता है कि आज की दुनिया में अमेरिका अस्थिरता का सबसे बड़ा स्रोत है। ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका के मध्य हालिया महीनों में तनावों में वृद्धि हो गयी है और यह तनाव बढ़ता ही जा रहा है।

चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और राष्ट्रसंघ यहां तक कि अमेरिका भी ताइवान को एक स्वतंत्र देश के रूप में आधिकारिक तौर पर मान्यता नहीं देता है और चीन ताइवान के साथ हर प्रकार के स्वतंत्र देश के रूप में कूटनयिक संबंध स्थापित करने का विरोधी है और उसका कहना है कि ताइवान की यात्रा या कूटनयिक संबंध से वन चाइना नीति का उल्लंघन होता है और इससे ताइवान में अलगाववादी तत्वों को नकारात्मक संदेश जाता है।

चीनी विदेशमंत्रालय ने अमेरिका से मांग की थी कि वह ताइवान को हथियारों से लैस करने की नीति छोड़ दे क्योंकि उसकी इस नीति से वाशिंग्टन- बीजींग संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

चीनी विदेशमंत्री ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ भेंट में कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और सिंगापुर के प्रधान मंत्री ने इस साल मार्च में कहा था कि चीन और सिंगापुर अब और भी अच्छे दोस्त हैं।

इस मुलाकात में सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने कहा कि वह आधुनिकीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा देने में चीन के दृढ़ संकल्प और प्रयासों की सराहना करते हैं और सिंगापुर दोनों देशों के बीच सहयोग को निरंतर मजबूत करने और द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक नया भविष्य खोलने के लिए चीन के साथ काम करेगा।