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12 लाख मुस्लिम मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से गायब-कर्नाटक से भी निराशाजनक खबरें-जानिए पूरा मामला

नई दिल्ली: इंग्लिश वेबसाईट Muslim Mirror के अनुसार भारत के दो राज्यों में लगभग 20 लाख मुसलमानों के नाम वोटर लिस्ट में से गायब हैं,वेबसाइट ने दावा किया है कि सिर्फ तमिलनाडु में ही 12 लाख मुसलमानों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं,तथा कर्नाटक में ये संख्या 8 लाख के लगभग पहुँचती है इस प्रकार से दोनों राज्यों में 20 लाख के लगभग पहुंचती है।

वेबसाईट के दावे के मुताबिक उन्हें ये जानकारी उन्हें एक सामाजिक कार्यकर्ता ने नाम ना छापने की शर्त पर देते हुए बताया कि 20 लाख लोगों को वोटर लिस्ट से खत्म किया गया है,उसने दावा किया है की उनके पास इस सम्बन्ध में सभी तथ्य व् आंकड़े मौजूद है, और बताया की उन्हें ये जानकारी तमिलनाडु की 25,000 मस्जिदों से प्राप्त हुई है।

मस्जिदों ने उन्हें उन मुस्लिम मतदाताओं की सूची दी है जिनके नाम उनके क्षेत्र में सूचीबद्ध नहीं हैं। इन नामों की संख्या को जोड़ कर सिर्फ तमिलनाडु में ही 12 लाख का आंकड़ा बनता है। इसी तरह कर्नाटक में भी मतदाताओं की सूची से 8 लाख मुसलमानों का नाम ग़ायब है।

प्रतिकतम तस्वीर

ग़ौरतलब है कि दक्षिण भारत के राज्यों में कई सामाजिक कार्यकर्ता इस क्षेत्र में काम कर यह डाटा एकत्र कर रहे हैं।

अगर इस तरह की जांच भारत के दुसरे राज्यों में भी की गयी तो हो सकता है यह आंकड़ा वहां इससे अधिक मिल जायें और यदि ऐसा हुआ, तो निश्चित रूप से ये अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर एक सवालिया निशान खड़ा कर सकता है।

2019 लोकसभा चुनाव को मद्देनज़र रखते हुए ये ही सही समय है कि जब राष्ट्रीय स्तर पर मस्जिद का उपयोग करके अल्पसंखकों का नाम मतदाता सूचि में होने की सही जांच की जाये।

ग़ौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव नज़दीक है इसलिए यह देश का एक बड़ा और अहम् मुद्दा बनने जा रहा है।