श्रीनगर: कठुआ के रसाना कांड को लेकर देशभर में मचे बवाल के बीच एक बार फिर से रियासत की सियासत का पारा गर्म हो गया है। भारी दबाव के चलते भाजपा के दो मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया गया है। शुक्रवार को उद्योग मंत्री चंद्र प्रकाश गंगा तथा वन मंत्री चौधरी लाल सिंह ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा सौंप दिया।
प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने इस्तीफा सौंपे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों ने नैतिकता के आधार पर सौंपा है न कि पार्टी ने इस्तीफा मांगा है। शनिवार को राष्ट्रीय महासचिव राम माधव की मौजूदगी में होने वाली विधायक दल की बैठक में इस्तीफा स्वीकार करने पर फैसला लिया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि इस्तीफे के पीछे गठबंधन सहयोगी पीडीपी तथा पीएमओ का दबाव मुख्य वजह है। बताया जा रहा है कि पीडीपी प्रमुख तथा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर अपनी ही पार्टी के मंत्रियों तथा विधायकों का भारी दबाव था। इनका कहना था कि भाजपा के इन मंत्रियों की वजह से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है।
Yes he(Jammu Bar Association chief BS Slathia) was my polling agent, and also Lal Singh(BJP J&K minister) was in Congress, they were secular then but BJP has vitiated the atmosphere so badly in J&K that these individuals have now turned communal: Ghulam Nabi Azad, Congress pic.twitter.com/GT7HqFaG7m
— ANI (@ANI) April 13, 2018
इसका भारी खामियाजा उठाना पड़ सकता है। बताया जा रहा है पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की ओर से भी दोनों मंत्रियों को बर्खास्त करने में देरी पर सवाल उठाए गए थे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भी इस मामले तो संज्ञान में लिया गया है।
बता दें कि दोनों मंत्रियों ने कठुआ कांड में आरोपियों की बचाने के लिए 1 मार्च को निकाली गई रैली में हिस्सा लिया था। जिसके बाद से ही वो विवादों के घेरे में थे। नेशनल कांफ्रेंस की नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर सीएम महबूबा से उनपर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे।
After PM says nobody will be spared, 2 BJP ministers in Jammu and Kashmir resigns@BJP4JnK @jkpdp #Kathua https://t.co/JkJG5gNDrj
— NewsX World (@NewsX) April 13, 2018
गौरतलब है कि बीजेपी नेता और रियासत के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह पहले ही ये कह चुके हैं कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। बच्ची को न्याय दिया जाना चाहिए। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। जिन्होंने ये किया उनका कोई धर्म नहीं है जैसे आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है।
#JammuKashmir Chief Minister #MehboobaMufti announced that the state government will bring a new law to make the death penalty mandatory for those who rape minors.
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— ANI Digital (@ani_digital) April 12, 2018
सभी समुदाय, हिंदू और मुस्लिम उस बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ रह हैं। लेकिन कुछ असंतुष्ट तत्व गलत संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे स्थानीय लोगों के साथ मे ये दोनों मंत्री भी शामिल हुए थे। ये रैली हिंदू एकता मंच की ओर से निकाली गई थी।