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मानो जब झूठ फुसफुसाता है, भीख मांगता है, तब हम दहाड़ते हुए दम तोड़ ही देते है…By-भारद्वाज दिलीप
भारद्वाज दिलीप ================= ८८दिन के ध्यान के बाद आज ______________________ मानो जब झूठ फुसफुसाता है, भीख मांगता है, कहानियों को सच होने के लिए मजबूर करता है। तब हम दहाड़ते हुए दम तोड़ ही देते है। और जब झूठी आत्मा भी मरने लगती हैं, और एक समय बाद फिर एक सत्य की शांति उड़ती धीरे-धीरे […]
माॅं सबकी जगह ले सकती है, लेकिन माॅं की जगह कोई नहीं ले सकता…
Karuna Rani Vlog ============== गुलदस्ता : मॉं-बाप के नाम कुछ उद्गारों का लुटा कर सारी उम्र की दौलत, जो वो खाली हाथ बैठी है। किसी बदनसीब की जन्नत है, वो जो सरे राह बैठी है ।। डांटकर बच्चों को, खुद अकेले में रोती है। वो माॅं है साहब जो, सबकी ऐसी ही होती है।। तेरे […]
‘जाते हुए कौवे’…..कुछ अनहोनी की आशंका है!
Rajendra Pandey ============== . ‘ जाते हुए कौवे ‘ कौवा हमारी जिंदगी से जितना जुड़ा रहा, शायद ही कोई पशु, पक्षी उतना नजदीक से जुड़ा रहा हो । कौवा आंगन में बोले तो प्रिय के आगमन की सूचना है। लेकिन कई कौवे एक साथ रात मेंबोलें तो अशुभ है। कुछ अनहोनी की आशंका है l […]