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इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि ईरान परमाण हथियार बनाने के लिए प्रयास कर रहा है!

पार्सटुडे- अमेरिका से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स ने अपने हालिया संस्करण में एक लेख प्रकाशित किया है।

इस लेख को न्यूयार्क टाइम्स के एक स्तंभकार Bart Stevens ने लिखा है। उसने इस लेख में ईरान के ख़िलाफ़ एक पक्षीय और शत्रुतापूर्ण बातें लिखने का प्रयास किया है।

” यह भूल है कि हम यह सोचें कि सबसे बड़ी समस्या ईरान का परमाणु हथियार है” शीर्षक के अंतर्गत Bart Stevens एक लेख लिखता है। यह लेख जारी साल के 15 अप्रैल 2025 को प्रकाशित होता है। इस लेख में लेखक ईरान और अमेरिका के संबंधों के बारे में वास्तविकता पर आधारित विश्लेषण का दावा करता है और व्यवहार में वह झूठ बोलता है, राजनीतिक छल करता है और ईरान के ख़िलाफ़ एक पक्षीय व शत्रुतापूर्ण रवइया अपनाता है।

यह लेख न केवल पेशेवाराना पत्रकारिता से दूरी रखता है बल्कि इस लेख में वास्तविकताओं को फ़ेर बदल कर पेश किया गया है और यह लेख ईरान विरोधी दुष्प्रचार का एक नमूना है जो समीक्षा योग्य है।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में ग़लत और भेदभावपूर्ण जानकारियां

न्यूयार्क टाइम्स का स्तंभकार Bart Stevens दावा करता है कि ईरान ने 60 प्रतिशत तक यूरेनियम का संवर्द्धन कर लिया है और दो सप्ताह से कम की अवधि में वह परमाणु हथियारों का उत्पादन कर सकता है। उसका यह दावा पूरी तरह गुमराह करने वाला है क्योंकि पहले यह कि 60 प्रतिशत यूरेनियम के संवर्धन का अर्थ परमाणु हथियार बनाने के लाएक़ हो जाना नहीं है। रोचक बात यह है कि परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय IAEA ने बारमबार अपनी रिपोर्टों में बल देकर कहा है कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि ईरान परमाण हथियार बनाने के लिए प्रयास कर रहा है।

दूसरे इस दावे को व्यवहारिक नहीं बनाया जा सकता कि ईरान दो हफ़्ते में परमाणु हथियारों को बना सकता है और किसी भी विश्वस्त अंतरराष्ट्रीय संगठन व संस्था ने इस विश्लेषण की पुष्टि नहीं की है।

इस लेख का लेखक ईरान के ख़िलाफ़ नफ़रत फ़ैलाने में अतिशयोक्ति से काम लेता है।

वह ईरान पर आतंकवाद के समर्थन का दोष मढ़ता हैः न्यूयार्क टाइम्स का स्तंभकार Bart Stevens हिज़्बुल्लाह और हमास जैसे गुटों को आतंकवादी कहता है जबकि यह गुट इस्राईल की दमनकारी और अतिक्रमणकारी कार्यवाहियों के मुक़ाबले में वैध प्रतिरोध करते और अपने क़ानूनी अधिकारों के परिप्रेक्ष्य में संघर्ष करते हैं और दुनिया के बहुत से देश इन गुटों को आज़ाद और स्वतंत्र गुट का नाम देते हैं।

अमेरिकी डिप्लोमेसी के बारे में विरोधाभासी बयान

इस लेख का लेखक न्यूयार्क टाइम्स का स्तंभकार Bart Stevens वर्ष 2015 में होने वाले परमाणु समझौते की ओर एक तरफ़ से हमला करता है और दूसरी ओर ईरान के साथ संबंधों के सामान्य बनाने की बात करता है परंतु उसके लिए ईरान के व्यवहार में परिवर्तन को शर्त के रूप में पेश करता है। यह वर्चस्ववादी दृष्टिकोण इस बात का सूचक है कि लेखक समाधान के प्रयास में नहीं है बल्कि उसकी इच्छा व इरादा अमेरिकी मांगों व दृष्टिकोणों को ईरान पर थोपना है।

जंग की धमकी और अंतरराष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन

समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स का स्तंभकार ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमले का समर्थन करता और लिखता है कि ज़ैतून की शाख व डाल उस समय स्वीकार की जाती है जब उसे तलवार की नोक से पेश किया जाये। उसका यह वाक्य न केवल जंग की धमकी है बल्कि राष्ट्रसंघ के घोषणापत्र का खुला उल्लंघन है।

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