उत्तर प्रदेश राज्य

संभल हिंसा के लिए सांसद ज़ियाउर्रहमान बर्क़ के पिता ने बवाल का ज़िम्मेदार पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को बताया : रिपोर्ट

संभल में हुई हिंसा में शामिल उपद्रवियों को चिह्नित कर पुलिस ने उनके पोस्टर सोशल मीडिया पर जारी कर दिए हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि उपद्रवियों से ही हिंसा में हुए नुकसान की वसूली भी की जाएगी। सांसद जियाउर्रहमान बर्क के पिता ममलुकुर्रहमान बर्क ने बवाल का जिम्मेदार पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को बताया है। उन्होंने कहा कि भीड़ को पुलिस प्रशासन द्वारा उकसाया गया।

इसके बाद ही भीड़ उग्र हो गई। इसमें पांच लोगों की जान चली गई। इस मामले में शासन द्वारा अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए और पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके। एडीजी रमित शर्मा ने लोगों के साथ बैठक करते हुए कहा क निर्दोष लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। लेकिन जिनके हाथ में पत्थर दिख रहे हैं, उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा।

एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि वीडियो और सीसीटीवी फुटेज की मदद से चिह्नित किए गए आरोपियों के पोस्टर अब शहर के चौराहों पर भी लगाए जाएंगे। बुधवार को भी पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिश दी और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया। पुलिस ने रविवार को संभल की जामा मस्जिद के बाहर, नखासा और हिंदूपुरा खेड़ा क्षेत्र में उपद्रव करने वाले 100 से ज्यादा आरोपियों को चिह्नित किया है।

ड्रोन कैमरों, पुलिस द्वारा बनाए गए वीडियो, मीडिया के जरिये मिली तस्वीरों और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से पुलिस ने इन आरोपियों को चिह्नित किया है। एसपी ने कहा कि किसी भी निर्दोष को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन जो लोग उपद्रव में शामिल रहे हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।

एसपी ने लोगों से उपद्रवियों की सूचना देने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी और उन्हें इनाम भी दिया जाएगा। प्रशासन का मानना है कि पोस्टर जारी होने के बाद उपद्रवियों को पकड़ने में आसानी होगी।

हालात तो काबू: एडीजी
एडीजी रमित शर्मा ने लोकनिर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में उमला और जिम्मेदार लोगों के साथ शांति समिति की बैठक की। उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। लेकिन जिनके हाथ में पत्थर दिख रहे हैं, उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा। रविवार को बवाल के बाद हालात तो काबू में हो गए हैं, लेकिन बवाल का भय लोगों के मन से अभी तक नहीं निकला है।

एडीजी बरेली रमित शर्मा संभल पहुंचे और अमन कमेटी की बैठक की। एडीजी ने उलमा को आश्वस्त किया गया है कि निर्दोष कोई गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। जिसके हाथ में पत्थर है उसको छोड़ा नहीं जाएगा। उलमा ने भरोसा दिलाया है कि वह अमन का पैगाम शहर में पहुंचाएंगे और शहर में जनजीवन सामान्य कराए जाने के लिए पूरा सहयोग करेंगे।