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तुझको जीना, जी कर लिखना, लिख कर पढ़ना, पढ़ कर रोना….
Muskan Sharma =============== · जा तुझे भी इश्क़ हो। तुझको देती हूँ दुआएं जा तुझे भी इश्क़ हो, दर्द तुझको भी सताएं जा तुझे भी इश्क़ हो। नींदें भी उड़ जाएं तेरी तू भी हो बेचैन कुछ ख़्वाब तेरा मुहं चिढाएं जा तुझे भी इश्क़ हो। नाम सुनकर इश्क़ का धड़के तेरा दिल ज़ोर से, […]
बैठी हूं ख़ामोशियां ओढ़कर बस इंतज़ार तेरा है : प्राची मिश्रा की रचना पढ़िये
Prachi Mishra ============== बैठी हूं खामोशियां ओढ़कर बस इंतजार तेरा है आ भी जाओ वो कहानियां लेकर जिन किस्सों में हक बस मेरा है तुम न आए तो ये रात कैसे ढलेगी कैसे आएगी सुबह,कब तक शमा ये जलेगी आ भी जाओ ओस की डोलियां लेकर तुमसे रात तुम्हीं से मेरा सवेरा है बात की […]
जिनमें उनका अधूरा यौन आचरण कुलांचें मारता है…
Arvind Verma एक साधारण स्त्री को बचकर रहना चाहिए छद्म बौद्धिक फेमिनिस्ट से, क्योंकि उनके दिमागों में भरी होती है विष्ठा, यौन कुंठा, रात्रि में विकृत भावों से पी गयी मदिरा की गंदी हंसी! एक साधारण स्त्री को बचकर रहना चाहिए, उन औरतों से, जिनकी सुबह और शाम अमीर बॉयफ्रेंड या अमीर पतियों की गालियों […]