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फ्रांस में अप्रवासी डॉक्टरों की भूख हड़ताल : जूलानी सरकार के ख़िलाफ़ सीरिया में जनता का प्रदर्शन : फ़िलिस्तीन समर्थक छात्रों को निष्कासित करने के लिए अमेरिका द्वारा एआई का इस्तेमाल : रिपोर्ट

पार्सटुडे – रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन की कार्यकारी परिषद की 188वीं बैठक के दौरान ईरान को इस परिषद के डिप्टी के रूप में चुना गया था।

अल-जूलानी शासन के खिलाफ सीरियाई जनता का प्रदर्शन, संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ सूडान की शिकायत, फिलिस्तीन समर्थक छात्रों को निष्कासित करने के लिए अमेरिका द्वारा एआई का उपयोग, फ्रांस में प्रवासी डॉक्टरों की भूख हड़ताल, अमेरिकी सैन्य धमकी पर चीन की प्रतिक्रिया और रासायनिक हथियारों के निषेध के संगठन की कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में ईरान का चुनाव, ईरान और दुनिया की ताज़ा ख़बरों में शामिल हैं।

ईरान रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन की कार्यकारी परिषद का उपाध्यक्ष बन गया

रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन की कार्यकारी परिषद की 188वीं बैठक के दौरान ईरान को रासायनिक हथियारों के निषेध संगठन के डिप्टी के रूप में चुना गया था। यह चुनाव तब किया गया जब अमेरिकी प्रतिनिधि ने इस फैसले पर अपना विरोध जताया, लेकिन कार्यकारी परिषद के अधिकांश सदस्यों की मंजूरी ने वाशिंगटन के प्रयासों को नाकाम बना दिया।

अमेरिका का बयान आने से पहले, सभी एशियाई देशों ने कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष और एशियाई ग्रुप के प्रतिनिधि के लिए ईरान की उम्मीदवारी का पूरी सहमति से और बिना किसी विचार-विमर्श के समर्थन किया था।

जूलानी सरकार के ख़िलाफ़ सीरियाई जनता का प्रदर्शन

गुरुवार को सीरिया के दक्षिणी क्षेत्र अल-सुवैदा, पश्चिमी क्षेत्र लाज़ेक़िया और तरतूस में प्रदर्शन करने के बाद सीरियाई जनता ने अल-जूलानी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। समाचार सूत्रों ने बताया कि अल-जूलानी के नेतृत्व वाली सीरिया की अंतरिम सरकार से जुड़े लड़ाकों और जन सैनिकों के बीच, सीरिया के पश्चिमी क्षेत्र लाज़ेक़िया और तरतूस प्रांतों में भयंकर झड़पें शुरू हो गई हैं। सीरियाई सूत्रों के अनुसार, तहरीर अल-शाम आतंकवादी गुट ने लाज़ेक़िया और तरतूस की जनता को दबाने के लिए अन्य क्षेत्रों से लड़ाके भेजे हैं।

सूडान ने यूएई पर मुक़दमा दायर किया

एक बयान में, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने यूएई के खिलाफ सूडान की शिकायत का एलान किया और कहा कि ख़रतूम ने यूएई पर सूडान के घातक संघर्ष में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के रूप में पहचाने जाने वाले विद्रोही मिलिशिया को हथियार और वित्तपोषण करके नरसंहार के कन्वेश्न का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।

अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की घोषणा के अनुसार, सूडान की शिकायत उन कार्रवाइयों को ज़ाहिर करती है जो “रैपिड सपोर्ट फोर्सेस” और उसके संबद्ध ग्रुप्स के नाम से जाने जाने वाले मिलिशिया द्वारा किए गए थे, जिसमें मासालित जनजाति के लोगों को लक्षित करते हुए “नरसंहार, हत्या, संपत्ति की चोरी, यौन उत्पीड़न, जबरन विस्थापन, सार्वजनिक संपत्ति की बर्बरता और मानवाधिकारों का उल्लंघन” शामिल हैं।

फ़िलिस्तीनी समर्थक छात्रों को निष्कासित करने के लिए अमेरिका द्वारा एआई का इस्तेमाल

एक्सियोस समाचार वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि अमेरिकी विदेशमंत्रालय, फिलिस्तीन के समर्थकों के रूप में जाने जाने वाले विदेशी छात्रों को वीज़ा निरस्त करने के लिए एआई का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है।

एक्सियोस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने “वीज़ा आइडेंटिफिकेशन एंड कैंसिलेशन” नाम से एक कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से सोशल मीडिया पर हजारों विदेशी छात्रों के यूज़र एकाउंट्स की जांच की जाएगी।

फ्रांस में अप्रवासी डॉक्टरों की भूख हड़ताल

कम से कम 300 डॉक्टर जो विदेशों से फ्रांस गये और इस देश में काम कर रहे हैं, कठोर कामकाजी परिस्थितियों और कम वेतन के विरोध में तीन दिन की भूख हड़ताल पर चले गए। इन प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने अपना मेडिकल सर्टिफ़िकेट यूरोपीय संघ के बाहर से हासिल किया है।

उन्होंने कहा है कि वे वर्षों से अपने काम और वेतन को बेहतर करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने वादों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की है।

बीजिंग: अमेरिका को चीन को शीत युद्ध की मानसिकता से नहीं देखना चाहिए

चीनी विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने चीन के साथ भविष्य में संभावित संघर्ष के बारे में अमेरिकी रक्षामंत्री पीट हेगस्ट के बयानों के जवाब में गुरुवार को कहा कि कुछ अमेरिकी अधिकारियों के बयान जानबूझकर वैचारिक टकराव को बढ़ावा देते हैं और तथाकथित “चीनी खतरे” को बढ़ावा देते हैं।

हम चाहते हैं कि अमेरिका, चीन को धमकाना बंद करे और चीन पर पुरानी शीत युद्ध की सोच लागू करना बंद करे। “लिन जियान” ने अमेरिकियों को चीन को नियंत्रित करने और दबाने के बहाने के रूप में रणनीतिक प्रतिस्पर्धा का उपयोग न करने की सलाह दी है।

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