07 अक्टूबर 2023 को हमास ने इसराइल पर बड़ा हमला किया था जिसके बाद से शुरू हुई फ़लस्तीन और इसराइल की जंग अभी तक जारी है, इस जंग को बंद करने के लिए दुनियांभर के देश कोशिशें करते रहे, यहाँ तक कि इसराइल के सबसे बड़े समर्थक ब्रिटैन और अमेरिका तक ने जंग बंदी के लिए कोशिश की मगर नेतन्याहू अड़ा रहा और लगातार फ़लस्तीनी इलाकों पर हमले करता रहा
रमज़ान शुरू होने से पहले जंग बंदी का मसौदा तैयार हो गया था, वो भी अमेरिकी राष्ट्रपति की सहमति से तैयार हुआ था लेकिन नेतन्याहू ने अमेरिका की भी एक नहीं चलने दी और हमले जारी रखे, एक बार फिर से जंग बंदी को लेकर नए सिरे से प्रयास हो रहे थे कि 07 अप्रैल को इसराइल ने सीरिया की राजधानी में मौजूद ईरानी दूतावास पर हमला कर दिया, हमले में ईरान के सात बड़े सैन्य कमांडर मारे गए थे, ईरान ने इस हमले को ईरान की ज़मीन पर हमला क़रार दिया था और इसका बदला लेने की चेतावनी जारी कर दी थी
https://www.youtube.com/watch?v=P5fcsAw7n3k
दस दिन की तैयारी और तमाम तरह की पॉसिबिलिटीज पर ग़ौर करने के बाद ईरान ने 14 अप्रैल की रात इसराइल पर बहुत बड़ा हमला कर दिया
ईरान ने इसराइल के कई शहरों को टारगेट करते हर सैंकड़ों ड्रोन से हमला किया साथ ही क्रूज़ मिसाइलें भी दाग़ी, इसराइल पर हुए इस हमले के बाद से दुनियां सहम गयी है और ख़ौफ़ इस बात को लेकर पैदा हो रहा है कि क्या ये तीसरे विश्व युद्ध का एलान है, इसराइल के ऊपर ईरान के हमले के वक़्त ही लेबनान से हिजबुल्लाह ने दर्जनों मिसाइल फायर किये साथ ही यमन से हूती सैनिकों ने इसराइल के ठिकानों को निशाना बनाया
ताज़ा जानकारी की मुताबिक इसराइल की राजधानी तेलअवीव के आलावा जेरुसलम, हाइफ़ा पोर्ट, आस्कलोन, अल-क़ुद्स, सेदरत, बैतलहम आदि शहरों में ईरान के हमले से भारी तबाही हुई हैं, अबतक मरने वालों की तादाद 40 के पास हो चुकी है
माना जा रहा है कि ईरान की कार्यवाही के बाद इसराइल भी ईरान के खिलाफ हमला कर सकता है, इस बीच कुवैत ने इसराइल के साथ अपने हर तरह के सम्बन्ध तोड़ दिए हैं, सऊदी अरब, UAE, क़तर, बहरीन, तुर्किए, जॉर्डन, मिस्र ने अपनी हवाई सीमा किसी भी देश के लिए बंद कर दी है, साथ ही ईरान पर हमला करने के लिए वो अपनी हवाई सीमा का इस्तेमाल नहीं करने देंगे
इसराइल ने वॉर कैबनिट की आपातकाल बैठक बुलाई है वहीँ अमेरिकी राष्ट्रपति ईरान के हमले पर मीडिया से बात करेंगे ऐसा वाइट हाउस की तरफ से कहा गया है
आईडीएफ प्रवक्ता आरएडीएम डैनियल हगारी ने कहा, सहयोगियों के साथ मिलकर आईडीएफ इस्राइल और यहां की जनता की रक्षा के लिए पूरी ताकत से काम कर रहा है। उन्होंने कहा, मिशन को पूरा करने के लिए आईडीएफ प्रतिबद्ध है।
ईरान-इस्राइल तनाव पर अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा, मध्य पूर्व की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए उन्होंने अपने इस्राइली समकक्ष हानेग्बी से बात की। सुलिवन के मुताबिक उन्होंने इस्राइली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को उनके देश की सुरक्षा के मामले में अमेरिका की तरफ से दृढ़ प्रतिबद्धता का भरोसा दिलाया है।
https://www.youtube.com/watch?v=End0M5tXYlg
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के आधिकारिक प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ईरान ने इस्राइल के खिलाफ हवाई हमला शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति बाइडन को उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम पूरी जानकारी दे रही है। व्हाइट हाउस में बाइडन बैठक भी करेंगे। राष्ट्रपति बाइडन की टीम इस्राइली अधिकारियों के साथ-साथ अन्य साझेदारों और सहयोगियों के साथ लगातार संपर्क में है। राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया है कि इस्राइल की सुरक्षा के मुद्दे पर अमेरिका मजबूती से समर्थन कर रहा है।
इस मामले पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी प्रतिक्रिया दी। इस्राइल पर ईरान के हमले के बाद सुनक ने कहा कि वे ईरान की निंदा करने के साथ-साथ इस्राइल का समर्थन करते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने इस्राइल की युद्धविराम की मांग को खारिज कर दिया। हमास के मुताबिक वह अपनी मुख्य मांगों पर कायम है। एक अन्य देश से जुड़े घटनाक्रम पर रॉयटर्स ने बताया, जॉर्डन ने कहा है कि उसकी वायु सेना हवाई सीमा का उल्लंघन करने वाले किसी भी विमान को मार गिराने के लिए तैयार है।
जॉर्डन ने अस्थायी रूप से बंद किया अपना हवाई क्षेत्र
रॉयटर्स के मुताबिक, इस बीच जॉर्डन ने अस्थायी रूप से अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। एएफपी की रिपोर्ट में कहा गया कि ईरान के ड्रोन हमले के चलते इस्राइल के विमानन अधिकारी सभी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करेंगे।
इस्राइल के अंदर दागीं बैलिस्टिक मिसाइलें
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने कहा कि तेहरान ने इस्राइल में मौजूद ठिकानों पर बैलिस्टिक मिलाइलें दागी हैं। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, लेबनान के ईरान समर्थित चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह ने कहा कि इस्राइल के कब्जे वाले गोलन पर रॉकेट दागे गए।
‘ईरान-इस्राइल संघर्ष से दूर रहे अमेरिका’
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी मिशन ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया। इसमें कहा गया कि ईरान की सैन्य कार्रवाई दमिश्क में हमारे राजनयिक परिसर के खिलाफ यहूदीवादी शासन की आक्रामकता के जवाब में थी। मामला खत्म माना जा सकता है। हालांकि, अगर इस्राइली शासन एक और गलती करता है, तो ईरान की प्रतिक्रिया काफी ज्यादा गंभीर होगी। यह ईरान और दुष्ट इस्राइली शासन के बीच एक संघर्ष है, जिससे अमेरिका को दूर रहना चाहिए।
Hend F Q
@LadyVelvet_HFQ
An Iranian bomb has fallen in Marj Al Hamas in Amman, the capital of Jordan. No injuries or dead.
سقوط شظايا صاروخ بمنطقة مرج الحمام السكنيه في العاصمة الأردنيه في الأردن.
لا جرحى و لا قتلى الحمدلله.
📹It is reported that the base in the #Negev desert was successfully hit by 7 missiles. Footage of a strong fire after the attack has been published on social media#Iran #Israel #Sputnik #Breaking pic.twitter.com/Zc4NcTWnPO
Israeli officials have claimed that US and UK air…— ⚡️🌎 World News 🌐⚡️ (@ferozwala) April 14, 2024