नई दिल्ली: तुर्की के राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान इस समय न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के 73 वें अधिवेशन में भाग लेने के लिये पहुँचे हुए हैं,यहां वो मुस्लिम देशों के साथ होने वाले सौतेले सुलूक पर दुनियाभर से सवाल करेंगे और सीरिया के इदलिब में शाँति बहाली के लिये सहयोग की अपील करेंगे।
सोमवार को तय्यब एर्दोगान ने एक विशेष बैठक में UN के महासचिव एंटोनियो ग्युटेरेस से मुलाक़त करी जिसके बाद UN महासचिव ने “उत्कृष्ट यूएन-तुर्की सहयोग की सराहना की, जिसमें 3.5 मिलियन से अधिक शरणार्थियों की तुर्की की होस्टिंग की सहायता शामिल है।
आपको बता दें की सीरिया में तहत नहस के बाद एर्दोगान ने एलान किया की अब सीरियाई लोगों की हिफाज़त की ज़िम्मेदारी तुर्की लेगा। यह बेहद अहम बैठक एर्दोगान के जनरल असेंबली के 73 वें सत्र के पते से एक दिन पहले हुयी।
President @RT_Erdogan, who is in New York to attend the 73rd session of the UN General Assembly, received Prime Minister Shinzo Abe of Japan at UN headquarters. pic.twitter.com/1466eYuJXy
— Republic of Türkiye Directorate of Communications (@Communications) September 25, 2018
जानकारी के मुताबिक, यूएन ने एक बयान में कहा, “महासचिव और राष्ट्रपति ने सीरिया में स्थिति पर चर्चा की, महासचिव के साथ 17 सितंबर को पहुंचे समझौते का स्वागत करते हुए इद्लिब से सभी विद्रोहियों का सफाया किया जाएगा।
तुर्की मीडिया के मुताबिक, तुर्की और रूस ने उस तारीख को समझने के लिए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जिस पर इदलिब के डी-एस्केलेशन क्षेत्र के “स्थिरीकरण” के लिए बुलाया गया, जिसमें आक्रामकता के कृत्यों को स्पष्ट रूप से प्रतिबंधित किया गया है।
President @RT_Erdogan made a speech at a dinner hosted by the TURKEN Foundation: “We are determined not to abandon Al-Quds, our first kiblah, to the mercy of occupiers.”https://t.co/v3gmaNTxoI pic.twitter.com/mFBUiO4nZM
— Republic of Türkiye Directorate of Communications (@Communications) September 24, 2018
समझौते के तहत, इदलीब में विपक्षी दल उन इलाकों में बने रहेंगे जहां वे पहले से मौजूद हैं, जबकि रूस और तुर्की क्षेत्र में संयुक्त गश्ती करेंगे ताकि वे नवीनीकृत लड़ाई का सामना कर सकें।
जिसके तहत तीन मिलियन से ज्यादा लोगों को बचाया गया। आपको बता दें की एर्दोगान की इस पहल का सिर्फ UN ने ही नहीं बल्कि टीम मिलियन सीरियाई लोगों ने भी शुक्रिया किया।