नई दिल्ली: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब एर्दोगान ने सीरिया और रूस को खुले शब्दों में धमकी देते हुए कहा है कि अगर उन्होनें विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में हमले करने बन्द नही करे तो खून की नदियाँ बह जांएगी।
एर्दोगान ने कहा कि हज़ारों निर्दोष,मासूम,बेकसूर लोगों का खून बहेगा और लोगों को अपने अपने घरों को छोड़कर प्लायन करना पड़ेगा,जो क्षेत्र के लिये बड़ा ही दुःखदायक होगा।
Turkey’s President Erdogan urged the international community to be aware of its responsibilities in Syria as an assault on Idlib loom, plunging the future of 3 million Syrians into uncertainty https://t.co/LPcvyEczlH pic.twitter.com/5Ve61b5t4k
— TRT World (@trtworld) September 11, 2018
तय्यब एर्दोगान ने इससे पहले तेहरान में भी तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के अवसर पर रूस और ईरान से सीरिया में हमला रोकने का अनुरोध किया था जिसे रूस ने नकार दिया। सीरिया सरकार की सेना इदलिब प्रांत की तरफ बढ़ रही है।
Turkey's call for a ceasefire in Idlib was rejected by Russia and Iran during a summit on Friday, prompting President Recep Tayyip Erdogan to warn of a Turkish intervention if there is an escalation. https://t.co/5jHfPCsHru
— Al Jazeera Breaking News (@AJENews) September 8, 2018
तुर्की के विदेशमंत्री का कहना है कि उनका उद्देश्य, उत्तरी सीरिया के इदलिब की स्वतंत्रता के लिए अभियान को रोकना है क्योंकि इस क्षेत्र में आम नागरिकों को खतरा है।
इदलिब सीरिया के उत्तर पश्चिम में स्थित है और तुर्की से इस प्रांत की सीमा मिलती है। फिलहाल यहां तीस लाख लोग रह रहे हैं। इस क्षेत्र पर सैन्य हमले से तुर्की को काफी नुक़सान उठाना पड़ सकता है और लोग और आतंकवादी तुर्की की ओर जा सकते हैं।
एक अनुमान के मुताबिक इदलिब में तीस हज़ार से अधिक आतंकवादी मौजूद हैं और इसीलिए अगर इदिलब को स्वतंत्र करा लिया गया तो यह सीरिया में सात वर्षों से जारी गृहयुद्ध का भी अंत होगा।
निगरानी समूह ‘सीरियन आब्जर्वेटरी फोर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि देश में विद्रोहियों के आखिरी बड़े गढ़ इदलिब में रूस ने शनिवार को एक महीने के भीतर दूसरी बार ‘‘सबसे हिंसक’’ हवाई हमले किए। सीरिया में संघर्ष को लेकर त्रिपक्षीय शिखर वार्ता के नाकाम होने के बाद ये हमले हुए।
सीरियाई सरकार सहयोगी देश रूस एवं ईरान और विद्रोहियों का समर्थन करने वाले तुर्की के नेताओं के बीच तेहरान में हुई शिखर वार्ता इदलिब में संघर्ष को रोकने के मुद्दे पर सहमति बनाने में नाकाम रही।
शनिवार को दर्जनों रूसी लड़ाकू विमानों ने इदलिब के दक्षिणी एवं दक्षिणपूर्वी इलाकों में हवाई हमले किए। ब्रिटेन स्थित निगरानी समूह ने कहा कि हमले में कम से कम चार आम नागरिक मारे गए जिनमें दो बच्चे शामिल हैं।