नई दिल्ली: ऑल इण्डिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और लोकसभा साँसद असदउद्दीन ओवैसी ने विपक्षी गठबंधन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह महागठबंधन (कांग्रेस-टीडीपी और अन्य का गठबंधन) नहीं है बल्कि यह 2018 की ईस्ट इंडिया कंपनी है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘मैं बताता हूं कि यह क्यों 2018 की ईस्ट इंडिया कंपनी है। तेलंगाना का गठन हुआ। अब तेलंगाना के निर्णय चंद्रबाबू नायडू लेंगे, जो कि विजयवाड़ा में बैठते हैं? नागपुर की आरएसएस द्वारा फैसले होंगे? या दिल्ली में कांग्रेस अब सारे महत्वपूर्ण फैसले लेगी? बता दें कि इससे पहले भी असदुद्दीन ओवैसी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की साख पर सवाल खड़ा कर चुके हैं।
This is not Mahakutumbi (alliance of Congress-TDP and others), this is 2018’s East India Company. I’ll tell you why. Telangana was formed. Now will decisions of Telangana be made by Naidu who sits in Vijayawada? By Nagpur based RSS ? By Congress in Delhi?: Asaduddin Owaisi, AIMIM pic.twitter.com/cG37i6Kjr3
— ANI (@ANI) November 5, 2018
एन. चंद्रबाबू नायडू के बारे में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि 2002 के गुजरात दंगों के दौरान वह बीजेपी समर्थक थे। उन्होंने यह भी कहा था, ‘नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) उस समय नरेंद्र मोदी सरकार का हिस्सा थी, जब छात्र रोहित वेमुला, मोहम्मद अखलाक की मौत हुई।’
बता दें कि तेलंगाना की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने गुरुवार को 95 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस ने बाकी की 24 सीट तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और महागठबंधन के अन्य घटक दलों के लिए छोड़ी है। कांग्रेस तेलंगाना इकाई के प्रमुख उत्तम कुमार रेड्डी ने गुरुवार को दिल्ली में इस निर्णय की घोषणा की। तेलंगाना की 119 सदस्यीय विधानसभा के लिए 7 दिसंबर को चुनाव होने हैं।