नई दिल्ली: खुद अनपढ़ होने का बावजूद शिक्षा के महत्व को समझने वाले अनपढ़ रिक्शा चालक अहमद अली अपने जीवन के मिशन को फैलाने में कामयाब हो रहे हैं।
मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के इस 82 वर्षीय रिक्शाचालक अहमद अली के बारे में बात की थी। कारण, उन्होंने अपनी व्यक्तिगत बचत से नौ स्कूल खोले हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि, ‘जब मुझे आपके पत्रों में पढ़ने को मिला कि कैसे असम के करीमगंज के एक रिक्शा चालक अहमद अली ने अपनी इच्छाशक्ति के बल पर ग़रीब बच्चों के लिए नौ स्कूल बनवाए हैं तब मुझे इस देश की अदम्य इच्छाशक्ति के दर्शन होते हैं।
करीमगंज जिले के पाथेरकंडी सर्कल के मधुरबंद गांव के रिक्शाचालक अली बचपन में परिवार की गरीबी की वजह से पढ़ नहीं पाए जिस वजह से उन्हें आज रिक्शा चलाना पड़ रहा है।
अहमद को अपने अनपढ़ होने का दुख बेहद ज्यादा था और इसलिए ही उन्होंने यह तय किया कि अब वह अपने गांव के किसी भी बच्चे को अशिक्षित नहीं रहने देंगे।
पिछले चार दशकों में अहमद ने 9 स्कूलों की स्थापना की है जिसमें से तीन प्राथमिक विद्यालय, पांच मिडिल अंग्रेजी विद्यालय और एक उच्च विद्यालय शामिल है।
उन्होंने सबसे पहले 1978 में अपने गांव में खुद की एक जमीन बेचकर और ग्रामीणों की छोटी मात्रा में पैसे इकट्ठा करके एक छोटे स्तर का प्राथमिक विद्यालय स्थापित किया था।
जब मुझे आपके पत्रों में पढ़ने को मिलता है कि कैसे असम के करीमगंज के एक रिक्शा-चालक अहमद अली ने अपनी इच्छाशक्ति के बल पर ग़रीब बच्चों के लिए नौ स्कूल बनवाये हैं – तब इस देश की अदम्य इच्छाशक्ति के दर्शन होते हैं : PM @narendramodi #MannKiBaat
— PMO India (@PMOIndia) March 25, 2018
अली का लक्ष्य 10 शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना करना है। वैसे तो वह पहले ही नौ विद्यालय को स्थापित कर चुके हैं, अब बस वो इस क्षेत्र में एक कॉलेज की शुरूआत करना चाहते हैं।
उनके परिवार में दो पत्नियां और सात बच्चे हैं। अली का मानना है कि प्रत्येक पेशे की अपनी गरिमा होती है और उन्हें खुद पर गर्व है कि वो एक रिक्शा चलाने वाले के नाम से जाने जाते हैं। हैरानी की बात यह है कि उन्होंने किसी भी स्कूल को अपना नाम नहीं दिया। केवल उच्च विद्यालय का नाम उनके नाम पर है वह भी इसलिए क्योंकि ग्रामीणों ने उन्हें ऐसा करने पर जोर दिया।
#NewIndia की ताक़त असम के करीमगंज के एक रिक्शा-चालक अहमद अली, कानपुर के डॉक्टर अजीत मोहन और कोलकाता के कैब चालक सैदुल लास्कर जैसे लोगों की इच्छाशक्ति है: पीएम @ #MannKiBaat@narendramodi pic.twitter.com/0cpWwR5tZn
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) March 25, 2018
अपने गांव और आस-पास के क्षेत्रों में शिक्षा के प्रकाश को फैलाने में उनके जीवन भर के प्रयासों के लिए अली को हाल ही में पार्थिकंडी के विधायक कृष्णुंदु पॉल ने बधाई दी थी। इसके अलावा अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्रालय के तहत बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम कोष से अहमद अली हाई स्कूल के विकास के लिए 11 लाख रुपये स्वीकृत की भी घोषणा की है।