नई दिल्ली: अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्नाह की तस्वीर को लेकर शुरू हुए विवाद ने खूनी रूप ले लिया है,और ये उस समय हुआ जबकि भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी यूनिवर्सिटी में मौजूद थे, हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता नारेबाजी और हँगामा करते हुए यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुँचे और वहाँ पुतला जलाया जिसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।
और अलीगढ़ विश्विद्यालय के तीन छात्र बुरी तरह जख्मी होगए हैं और उन्हें काफी चोटे आई हैं, जिस पर ऑल इण्डिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष साँसद असदउद्दीन ओवैसी ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इस पूरे मामले में योगी आदित्यनाथ को ज़िम्मेदार ठहराया है।
ओवैसी ने ट्वीट करके कहा है कि,”AMU के छात्रों और AMU स्टूडेंट यूनियन के नेताओं पर हमला बेहद निंदाजनक है ,स्थानीय पुलिस ने हिंदुत्व के गुंडों को एएमयू परिसर में प्रवेश करने की अनुमति क्यों दी है ? कि,योगी आदित्यनाथ सरकार विश्वविद्यालय परिसर का माहौल खराब करना चाहती है”
Attack on students of AMU & AMU students union leaders is highly condemnable why did the local police allow the Hindutva goons to enter AMU campus shows that @CMOfficeUP wants to vitiate the University campus
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 2, 2018
प्राप्त जानकारी के अनुसार हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं लाठी-डंडे लेकर यूनिवर्सिटी गेट पर पहुँचे और हंगमेंबाज़ी करने लगे और अंदर घुसने की कोशिश की।घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वहां पहुंच गए। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
इसमें एएमयू के तीन छात्र के घायल होने की सूचना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान पत्थरबाजी भी हुई। इसके बाद वहां आला प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए और आरएएफ के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को हिरासत में भी लिया है।