नई दिल्ली: पश्चिम के एजेंडे नें दुनियाभर में ये भ्रम फैला दिया है कि पर्दा महिला की राह में रुकावट है जिसको गलत साबित करने के लिये बहुत सी बेटियाँ मैदान में आगे आई हैं और उन्होंने पर्दे के साथ रहकर तरक़्क़ी के शिखर पर पहुंचकर दुनिया की बोलती बंद करी है,अब क़ौम की बेटियां मॉडलिंग से लेकर पायलेट जैसे पदों पर हिजाब में कर रही हैं और कामयाब हो रही हैं।
इसी बात को ग़लत साबित करती हैं केरल की मजीज़िया भानु। भानु को उम्मीद है कि वो वर्ल्ड आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीतेंगी। आपको बता दें कि उन्होंने अलग अलग स्पोर्ट्स में तीन गोल्ड मेडल जीते हैं।वो अपनी कामयाबी पर कहती हैं की मैं एक साधारण मुस्लिम लड़की हूँ। हिजाब मेरे लिए रोज़ का पहनावा है।
Meet Majiziya Bhanu, India's first #Hijabi sportswoman from #Kerala, set to participate in the World Armwrestling Championship in Turkey, October this year.
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— Outlook India (@Outlookindia) June 11, 2018
मैंने कभी ये नहीं सोचा कि इसे पहनने ओड है। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल संस्था ने मुझे हिजाब पहनने पर नहीं टोका है। आपको बता दें कि हिजाब अधिकतर मुसलमान लड़कियां पहनती हैं।सऊदी अरब जैसे देशों में इसे अनिवार्य किया गया है। ईरान में भी हिजाब पहनना अनिवार्य है लेकिन ईरान में हिजाब की अनिवार्यता के खिलाफ प्रोटेस्ट होते रहते हैं।
इस बारे में हमारा ये मानना है कि यदि कोई हिजाब पहन रहा है और ये उसकी व्यक्तिगत मर्ज़ी है तो किसी को इस मर्ज़ी के खिलाफ होने का अधिकार नहीं है।केरल की मजीज़िया भानु ने एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि हिजाब आधुनिक स्पोर्ट्स में कामयाबी के आड़े नहीं आता। हिजाब पहन कर भी कामयाबी हासिल की जा सकती है।