नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर में एक अप्रैल 2017 को तथाकथित गौरक्षको ने पहलू खान नाम के एक शख्स को बेरहमी से पीटा था, पहलू खान राजस्थान में लगने वाले पशु मेले से गाय खरीदकर ला रहे थे, लेकिन उन्हें रास्ते में ही तथाकथित गौरक्षको की भीड़ ने बेरहमी से पीटा, जिसके कारण उन्हें गंभीर चोटें आईं और अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पहलू खान की मौत का मुद्दा खूब सुर्खियों में रहा, इसके सुर्खियों में रहने की एक वजह यह भी थी कि जिन लोगों पर पहलू खान की हत्या करने का आरोप था उन्हें सीबीसीआईडी की जांच ने बरी कर दिया। पहलू खान की हत्यारोपी पहलू की हत्या के चार महीने बाद ही जेल से बाहर आ गये थे, फिर बचा हुआ काम सीबीसीआईडी ने कर दिया और हत्यारोपियों को बरी कर दिया।
पहलू खान के हत्यारे को पुलिस नहीं ढूंढ़ पायी और रवीश की टीम ने उसे खोजकर स्टिंग अॉपरेशन भी कर दिया।#सलाम_NDTV https://t.co/holCxQIKRz
— Ajeet Singh (@ajeetbhora) August 8, 2018
अब समाचार चैनल एनडीटीवी के संवाददाताओं द्वारा एक स्टिंग ऑपरेशन किया गया है, जिसमें पहलू खान का हत्यारोपी स्वीकार कर रहा है कि उसी ने पहलू को मारा था। विपिन यादव नाम का यह तथाकथित गौरक्षक स्टिंग ऑपरेशन में बता रहा है कि पहलू ख़ान को पीटने वालों में वो भी शामिल था. बल्कि उसने तो एक घंटे से भी अधिक समय तक उसे (पहूल खान को) मारा।
विपिन यादव ने स्टिंग ऑपरेशन में बताया कि वही था जिसने पहलू के ट्रक को रोका था और उसकी चाबियां छीनकर अपनी जेब में रख ली थीं. पहलू की मौत के बाद मेवात में तनाव फैल गया था, पहलू की हत्या में शामिल युवको को एक तथाकथित साध्वी ने भगत सिंह कहकर संबोधित किया था।
बता दें कि गाय के नाम पर इंसान की जान लेना अब एक चलन बन गया है, और उससे भी दुःखद यह है कि इंसान की जान लेने वाले इन तथाकथित गौरक्षकों का महिमामंडन किया जाता है। हाल ही में झारखंड के हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने उन लोगों का फूल माला पहनाकर सम्मान किया था जिन्होंने अलीमुद्दीन नामक एक शख्स को गौहत्यारा बताकर पीट पीट कर मार डाला था।