नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार (26 जून) को प्रवासी भारतीय केंद्र में ईद रिसेप्शन का आयोजन किया। इसमें स्वराज ने सभी राजनायिकों और अधिकारियों को आमंत्रित किया। ईद के इस रिसेप्शन में पाकिस्तानी उच्चायुक्त नदारद रहे। रिपोर्ट्स के मुताबिक विदेश मंत्री ने ईद के इस सेलिब्रेशन में भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल महमूद को आमंत्रित ही नहीं किया था। पाकिस्तान के सूत्रों की तरफ से इस बात की शिकायत भी की गई है। पाकिस्तान का कहना है कि पाकिस्तानी उच्चायुक्त को सुषमा स्वराज द्वारा आयोजित किए गए ईद के रिसेप्शन में बुलाया ही नहीं गया था।
India's home to 1 of the largest population of Muslims.Our celebrations of Eid are as diverse as our regions,cuisine&traditions,as vibrant as our festivities&as sweet as our traditional meeti sevaiyan&host of savoury dishes:Sushma Swaraj at Eid Celebration hosted by her(26.06.18) pic.twitter.com/XvuPymzIMR
— ANI (@ANI) June 27, 2018
ईद रिसेप्शन के मौके पर वहां मौजूद सभी राजनायिकों के सामने स्वराज ने इशारों में पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि भारत में नफरत के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, ‘नफरत और हिंसा फैलाने वाली ताकतें हमारे लोगों के पास आएं और उन्हें परेशान करें, ये हम कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ उन्होंने रमजान के महीने का महत्व बताते हुए कहा कि यह माह अनुशासन का पालन करने सिखाता है और खुद पर नियंत्रण रखने की भी शिक्षा देता है।
India rejects Pakistan HC claims that High Commissioner was not invited to the Eid Milan Party hosted by the External Affairs Minister @SushmaSwaraj. All Ambassadors/HCs were invited for Eid programme at Pravasi Bhartiya Kendra.
— Samir Abbas 🇮🇳 (@TheSamirAbbas) June 27, 2018
इस समारोह में सुषमा स्वराज ने कहा कि ईद-उल-फितर भारत के लोगों को एक करने का काम करता है। उन्होंने कहा, ‘भारत में मनाए जाने वाले दिवाली, क्रिसमस, बैसाखी जैसे त्योहारों की तरह ही ईद-उल-फितर में भी विभिन्न तरह की सोच रखने वाले लोग एक होते हैं। ये त्योहार भी लोगों को एक करता है।’ स्वराज ने आगे कहा, ‘भारत मुस्लिमों की सबसे बड़ी आबादी वाले देशों में से एक है।
हमारे धर्म, खानपान और परंपरा की तरह ही हम ईद भी कई तरीकों से मनाते हैं। हमारा ईद सेलिब्रेट करने का तरीका हमारे बाकी त्योहारों की तरह ही जीवंत है, मिठी सेवईं की तरह ही मीठा है।’ स्वराज ने कहा, ‘जिस तरह से जॉर्डन के राजा ने पूरे विश्व को एक परिवार कहा था, हमारे देश भारत में भी हमने यही सीखा है कि पूरा विश्व हमारा देश है। हम यही सीखते हुए बड़े हुए हैं। वसुदैव कुटुंबकम की धारणा हमारे चरित्र में है