विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची को उस समय बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनका घेराव करते हुए गाड़ी रोक ली,बड़ी मुश्किल से साध्वी वहाँ से बचकर निकली,प्राप्त जानकारी के अनुसार विहिप की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची सोमवार को सड़क हादसे में मारे गये राष्ट्र स्वाभिमान दल के जिला प्रभारी शिवम के परिजनों को सांत्वना देने हाथरस पहुंचीं।
यहां कुछ हिन्दूवादी संगठन के लोगों ने उनके करीबी दीपक शर्मा को शिवम की मौत का जिम्मेदार ठहराया। यह सुनकर साध्वी भड़क उठीं। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की प्राची के साथ आये लोगों से धक्का-मुक्की भी हो गयी। बजंरग दल के जिला संयोजक ने उन पर अभ्रद भाषा के प्रयोग का आरोप लगाया है। बाद में हालत बिगड़ते देखकर साध्वी वहां से निकल गईं।
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सोमवार की रात आठ बजे साध्वी प्राची शहर के मोहल्ला श्रीनगर में शिवम वशिष्ठ के घर पहुंची और उनके परिजनों को सांत्वना दी। जैसे ही वह शिवम के घर से उठकर अपनी गाड़ी में आकर बैठने लगी तो कुछ हिन्दूवादी संगठनों के नेताओं ने उनसे कहा कि शिवम की मौत का जिम्मेदार केवल दीपक शर्मा है और उसको अब उसे हाथरस में नहीं घुसने दिया जाएगा। हिन्दूवादी संगठन के कार्यकर्ता दीपक शर्मा को बुरा भला कह रहे थे,दीपक साध्वी के बेहद नजदीक है। इससे साध्वी भड़क उठीं और विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को डपटना शुरू कर दिया।आरोप है कि साध्वी ने बजरंग दल के जिला संयोजक को पीटने तक की बात कह दी। साध्वी के इन शब्दों को सुनकर जिला संयोजक के साथ आये कार्यकर्ता भड़क उठे और साध्वी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। साध्वी के साथ आये लोगों ने इसका विरोध किया तो कार्यकर्ताओं से धक्का-मुक्की हो गयी। यहां मौजूद एलआईयू कर्मियों ने जैसे तैसे मामले को शांत किया। लोगों के विरोध को देखकर साध्वी निकल गईं। एलआईयू कर्मियों ने पूरे मामले की वीडियो बना ली। हिन्दूवादी संगठनों के लोग साध्वी प्राची से अपने दिल की बात करना चाह रहे थे, लेकिन उन्होंने किसी की बात को नहीं सुना। इससे मामले ने तूल पकड़ लिया।
बजरंगदल के जिला संयोजक प्रशांत मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि “आज मैं शिकोहाबाद में शिवम की मौत के बाद उसके पिता के साथ मुकदमा दर्ज कराने के लिए गया था। वहां पता चला कि शिवम की मौत दीपक शर्मा की लापरवाही से हुई है जो उसे अपने साथ लेकर गया था। इस बात को खुद पुलिस ने बताया। जब साध्वी प्राची को मैंने ऑडियो सुनायी थी तो उन्होंने कहा कि मैं कुछ नहीं सुनना चाहती मैं तुम्हारा मोबाइल फेंक दूंगी। साध्वी प्राची ने मेरे और मेरे कार्यकर्ताओं के साथ अभ्रद भाषा का प्रयोग किया। उनके साथ आये लोग गाली दे रहे थे। जिसका मैंने और मेरे साथियों ने विरोध किया।