नई दिल्ली: अमेरिका में सरकारी दौरे पर पहुँचे सऊदी अरब के रजकुमार मोहम्मद बिन सलमान इन दिनों अमेरिकी मीडिया के सुर्खियों में हैं,क्योंकि बिन सलमान अपनी उलूल जुलूल ब्यान देकर अमेरिका को तो खुश कर रहे हैं लेकिन सऊदी अरब के सिद्धांत और मौलिक ढाँचे को तबाह और बर्बाद कर रहे हैं।बिन सलमान ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सऊदी अरब में महिलाओं को पारंपरिक काले अबायस या बुर्क़ा पहनने की ज़रूरत नहीं है।
Saudi women do not need to wear black abayas, Mohammed bin Salman says ahead of trip to US https://t.co/5frdGZ7iPJ
— Telegraph World News (@TelegraphWorld) March 19, 2018
32 वर्षीय राजकुमार बिन सलमान मंगलवार को व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रम्प से मिलेंगे, ने कहा कि सऊदी महिलाओं को दशकों से प्रतिबंधित करने वाले कानूनों को वापस लेने के लिए सउदी अरब ने “बहुत लंबा रास्ता तय किया है जिसके कारण सऊदी अरब में महिलाएँ तरक़्क़ी नही कर पाई हैं।
बिन सलमान ने कहा, “सऊदी महिलाओं को अभी भी उनके पूर्ण अधिकार नहीं मिले हैं। इस्लाम में जो अधिकार महिलाओं को दिये गए हैं वो अधिकार अभी भी उनके नहीं है”, उन्होंने सीबीएस न्यूज़ को बताया की “कानून बहुत स्पष्ट हैं और शरिया के कानूनों में निर्धारित किया गया है कि महिलाओं को पुरुषों की तरह सभ्य, सम्मानित कपड़े पहनने चाहिए,”
Saudi women do not need to wear black abayas, Crown Prince Mohammed bin Salman says https://t.co/L1x4uNepbH pic.twitter.com/P7dos4F7mm
— KSDK News (@ksdknews) March 20, 2018
राजकुमार ने कहा। “शरीयत ने पर्दा का हुक्म दिया है उसमें विशेष रूप से एक काले अबाया या काले कपड़े से सिर कवर करने का आदेश नही दिया गया है। निर्णय पूरी तरह से महिलाओं को तय करना है कि वे किस प्रकार के सभ्य और सम्मानित पोशाक पहनते हैं। ”
Prince Mohammed bin Salman says women should choose for themselves whether they want to wear black robes and face coverings. https://t.co/XQJyiOnKOe
— USA TODAY (@USATODAY) March 20, 2018
काले अबायस, एक ढीले फिटिंग वस्त्र, सऊदी अरब में महिलाओं के लिए अनिवार्य नहीं हैं, लेकिन वे इतना व्यापक रूप से पहना जाता है कि वे रूढ़िवादी साम्राज्य से दृढ़ता से जुड़े हैं। सऊदी अरब के सामाजिक कानूनों और रीति-रिवाजों को और आसान बनाने के लिए राजकुमार की टिप्पणियां उनकी महत्वाकांक्षाओं के संकेत के रूप में ली जाएंगी।