नई दिल्ली – हाल ही में संपन्न हुए पाकिस्तान के आम चुनावों में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) पाकिस्तान की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. इमरान कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. लेकिन इस बार पाकिस्तान की जनरल सीट से तीन हिन्दू सांसद भी चुनाव जीते हैं, उन्हीं में से एक हैं महेश मलानी, महेश पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सांसद हैं।
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक, महेश मलानी ने चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद पाकिस्तान को छोड़कर भारत आए सैकड़ों हिंदुओं को संदेश देते हुए कहा कि अब हालात बदल गए हैं, ऐसे में जो हिंदू भारत गए हैं, वो चाहें तो वापस अपने वतन पाकिस्तान लौट सकते हैं।
उन्होंने देश भारतीय अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को फोन पर दिए एक इंटरव्यू में कहा कि जिन लोगों को उनका देश पाकिस्तान सुरक्षित नहीं लगता तो वो यहां ना भी आएं, कोई परेशानी की बात नहीं है. लेकिन वे हिंदू जिन्होंने भारत की नागरिकता के लिए आवेदन किया हुआ है. या जिन्होंने भारत की नागरिकता हासिल कर ली है, उनके लिए कुछ भी कहने को मेरे पास नहीं है।
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर बात करते हुए महेश ने कहा कि दोनों देशों को आपसी ताल्लुकात बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए. हम विपक्ष में हैं तो हम कोशिश करेंगे कि हमारी सरकार भारत के साथ शांति स्थापित करने के लिए हर मुमकिन कोशिश करे. साथ ही महेश मलानी ने बेनजीर भुट्टो को अपनी मां बताते हुए कहा कि वो हमेशा भारत और अपने सभी पड़ोसियों के साथ बेहतर रिश्ते बनाना चाहती थी।
पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव के सवाल पर महेश मलानी कहते हैं कि विश्व और भारतीय मीडिया उनके देश के बारे में गलत खबरें दिखा रहा है. उन्हें हिंदू और मुसलमान, दोनों ने वोट दिया है. हम यहां दिवाली, होली, कृष्ण जन्माष्टमी जैसे त्यौहार धूमधाम के साथ मनाते हैं. लोग चाहें तो यहां आकर देख सकते हैं।
आपको बता दें कि महेश मलानी भुट्टो परिवार के करीबी हैं और पाकिस्तान की थारपरकर सीट से जुनाव जीते हैं. मलानी 2003 से लेकर 2008 तक भी सासंद रह चुके हैं. आपको बता दें कि साल 2002 में ही पाकिस्तान में गैर मुस्लिमों को जनरल सीट से चुनाव लड़ने और वोट देने का अधिकार मिला है. मलानी जिस इलाके से चुनाव जीते हैं, वहां 44 प्रतिशत हिंदू आबादी है।