नई दिल्ली: पिछले दिनों मैच के दौरान चोटिल होने की वजह से बाहर हुए मिस्र के फ़ुटबॉलर मोहम्मद सलाह की वजह से मैदान में उनके प्रशंशक रोने लगे थे,तथा उनके साथ खिलाड़ियों की आंखों में भी आँसू थे,सलाह रोनाल्डो और मैस्सी को टक्कर देने वाले एक मात्र खिलाड़ी हैं।
लीवरपूल फुटबॉल क्लब में मोहम्मद सलाह ने अपने खेल से इतना प्रभावित किया कि फैन्स ने उनके नाम पर गाना बनाया और गाड़ियों रेलवे स्टेशन आदि पर जिसकी धुन सुनने को मिली थी।
https://twitter.com/LFC_LION/status/1004139858602930184?s=19
कई सारे गैर मुस्लिम मोहम्मद सलाह के खेल और उनके अख़लाक़ से प्रभावित होकर इस्लाम कुबूल करना चाहते हैं,जिसके बारे में उन्होंने सार्वजिनक रूप से सोशल मीडिया पर ऐलान भी किया है।
मोहम्मद सलाह ने लिवरपूल की तरफ से खेलते हुए मिस्र के इस खिलाड़ी ने 30 गोल दागे. जिससे लिवरपुर का 25 साल का गौरव वापस लौट आया है. उन्होंने “मो सा-ला-ला-ला-लाह, मो सा-ला-ला-ला-लाह, यदि वह आपके लिए काफी अच्छा है, तो वह मेरे लिए भी काफी अच्छा है, अगर वह मुस्लिम है, तो मैं भी मुस्लिम होना चाहता हूं” गीत गाया. जो लोगों की जुबान पर है.
"One of the best debut seasons we've ever seen in English football."
The story of Mo Salah's first year at Anfield, as told by those who have watched every kick of the Egyptian's ground-breaking debut season. 🇪🇬👑
Premiere on @LFCTV on Thursday the 14th of June @ 8pm BST. pic.twitter.com/90BWPZBwQk
— LFCTV (@LFCTV) June 9, 2018
इसके साथ ही उन्होंने एक कविता भी लिखी है. जो इस तरह से है – वह मस्जिद में बैठे हैं, यही वह जगह है जहाँ मैं होना चाहता हूं.