नई दिल्ली:मुसलमानों से मारपीट की घटनाएँ आये दिन देशभर से आती रहती है,लेकिन इन पर किसी भी प्रकार का अंकुश नही लग पारहा है,पिछले रमज़ान में ईद से कुछ दिन पहले ही हाफ़िज़ जुनैद नामी मेवात हरियाणा के नोजवान के साथ हुई वारदात ने तो देशभर को हिलाकर रख दिया था।
मुसलमानों ने ईद पर काली पट्टी बांधकर नमाज़ पढ़ी थी और देशभर में विरोध हुआ था,अब राजधानी दिल्ली से खबर आरही है कि दिल्ली में कुछ कश्मीरी मुसलमानों के साथ मारपीट हुई।जानकारी के मुताबिक ताजा मामला साउथ ईस्ट दिल्ली का है। जहां की सनलाइट कॉलोनी में बीती रात 5 कश्मीरी लोगों के साथ मारपीट की गई। पीड़ितों में 4 महिलाएं भी शामिल थी जिनके साथ गुरुवार रात 30-40 लोगों के ग्रुप ने घेरकर मारपीट की।
#Kashmiri youths beaten up by a group of residents with sticks in southeast #delhi. “attackers raised slogans Kashmiri terrorists go back. People want us to leave this area. We are staying here for years on rent,” says victim. Delhi police starts probe @IndianExpress pic.twitter.com/XlOQRaFuyH
— Alok Arjun Singh (@AlokReporter) May 11, 2018
पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ितों का कहना है कि उन्हें इसलिए टारगेट किया गया क्योंकि वे कश्मीरी हैं। इस हमले के शिकार हुए एक पीड़ित ने कहा कि उनकी बहनों को मारा गया और इस हमले में उनका एक हाथ भी टूट गया। इसके साथ ही पीड़त ने कहा कि हमला करनेवाले लोग ‘कश्मीरी आतंकवादियों को वापस भेजो’ के नारे भी लगा रहे थे।
This is horrific.Feel for these people. Why are there no voices against this? Where is the outrage?What is the @DelhiPolice doing about it?Wonder what happened to @HMOIndia assurance that Kashmiri youngsters outside the valley are safe? @OmarAbdullah @MehboobaMufti https://t.co/Gy86P8gbw9
— Shuja ul haq (@ShujaUH) May 11, 2018
जानकारी के मुताबिक भीड़ ने उनसे मिलने आए एक मेहमान को भी नहीं छोड़ा। पीड़ितों का कहना है कि पहले भी कई बार उन पर हमले हुए हैं और वे डर के साये में उस कॉलनी में जी रहे हैं। एक पुलिस अफसर के अनुसार उन्होंने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
वही नैशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर अब्दुल्लाह ने शुक्रवार को केंद्रिय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से अनुरोध किया कि वह दिल्ली में महिलाओं सहित कश्मीरियों के एक समूह की कथित पिटाई की घटना की समुचित जांच सुनिश्चित करवाएं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर गृह मंत्रालय और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को लिखा, ‘कृपया इसकी फौरन जांच करवाइए और दोषियों को सजा दिलवाइए।’ उमर ने कहा कि कश्मीरियों पर अलग-थलग होने का आरोप लगाया जाता है। उन्होंने सवाल किया कि घाटी के बाहर जब इस तरह से कश्मीरियों के साथ किया जाएगा तो भला उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है?