नई दिल्ली: मामला उत्तर प्रदेश के जिला संत कबीर नगर, थाना धरमसिंहवा, तहसील मेहदावल के एक गांव “मुसहरा” का है यह ऐसा गांव है जहां पुलिस ही खुद कुर्बानी के बकरो को त्योहार के एक दिन पहले ही पकड़ कर अपने कब्जे में ले लेती है ताकि लोग कुर्बानी का त्योहार ना मना सकें।
पूरी बात यूं है की गांव में शुरू से ही कुछ दबंग और गुंडे प्रकार के लोगो द्वारा मुस्लिमो को डराया धमकाया जाता रहा है कि वो लोग अपना धार्मिक त्योहार बकरीद ना मनाए और ना ही बकरे की कुर्बानी करें, इसलिए लोग अपने अपने घरों में छुपकर और डर डरकर कुर्बानी करते चले आ रहे हैं।
लेकिन 2007 में पुलिस की मौजूदगी में कुछ असामजिक लोगो ने कुर्बानी के अगले ही दिन मुसलमानों के कुछ छप्पर के घरों और ट्रैक्टर को आग लगा दिया गया, नुकसान किया गया. पुलिस ने उन लोगो के खिलाफ कार्रवाई की और सब जेल भी गए और कुछ दिन बाद सब छूट गए।
जन सुनवाई में मुस्लिमों द्वारा दी गई अर्जी एवं विभिन्न विभागों को प्रेषित किये गए प्रार्थनापत्र की प्रतियाँ संलग्न।
अब 2008 से ये होना चाहिए था कि पुलिस वहां के मुस्लिमो को सुरक्षा देती और उन लोगो के खिलाफ कार्रवाई करती जो भी कानून अपने हाथ में लेता, लेकिन बकरीद के एक दिन पहले ही पुलिस बकरों को ही पकड़ के अपने कब्जे में ले लेती है ताकि मुस्लिम लोग कुर्बानी का त्योहार ही ना मना पाएं।
जवाब ये दिया जाता है की लॉ एंड ऑर्डर खराब हो सकता है 2007 की तरह, मजबूरी में लोग चौथे दिन कुर्बानी करते है।
गांव वालों का आरोप है पुलिस का इस तरह बर्ताव एकदम नाइंसाफी और ज़ुल्म है और मनमानी है पुलिस की लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देकर पिछले 10 साल से यही किया जा रहा है. अपने घर में त्योहार मनाना कौन से कानून के खिलाफ है।
जनपद संतकबीरनगर थाना धर्मसिंहवा के ग्राम मुसहरा में परंपरागत रूप से बकरीद त्यौहार पर बकरे की कुर्बानी नहीं दी जाती है त्यौहार रजिस्टर के मुताबिक अभी तक ग्राम में बकरे की कुर्बानी नहीं दी गई है आगे भी बकरीद त्यौहार परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा ।
— SantKabirNagarPolice (@santkabirnagpol) August 9, 2018
जबकि ऊपर रिपोर्ट ये दी जाती है पुलिस सुरक्षा में शांति पूर्वक त्योहार संपन्न कराया गया जो की सरासर झूट है, जब कुर्बानी ही ना हुई तो कहां त्योहार संपन्न हुआ।
लोगों ने पत्र लिखकर की पीएम मोदी और योगी से अपील
गांव के मुस्लिमो का कहना है उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा सरकार से ये ज़ुल्म होता आ रहा है, उनकी सरकारों से भी कोई इंसाफ नहीं मिला. मोदी जी, योगी जी इंसाफ दिलाइए आपसे कुछ ज्यादा नहीं मांगा जा रहा सिर्फ धर्म-निरपेक्ष राष्ट्र में अपने धार्मिक त्योहार मनाने का अधिकार तो दिला दीजिये।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार से हम सब उम्मीद करते है कि हमारे साथ इंसाफ करेगी. देश के प्रधानमंत्री मोदी जी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी जी से विनंती है कि हमें इंसाफ दिया जाए और हमारे साथ होनेवाले ज़ुल्म को रोका जाए।