नई दिल्ली: अयोध्या में राममंदिर नहीं बनने से प्रवीण तोगड़िया की नाराजगी और नया संगठन बनाने पर समाजवादी नेता आजम खान ने तीखी टिप्पणी की है. आजम खान ने कहा जो लोग आज कानून की बात कर रहे हैं, वो ये बताएं कि क्या उस वक्त जब बाबरी मस्जिदविध्वंस हुआ था. तब कानून माना गया था और जब उस वक्त नहीं माना गया, तो अब कानून की बात क्यों?
आजम खान ने कहा कि अगर ताजमहल को तोड़कर विवादित स्थल पर सीएम योगी भगवान शिव का भी मंदिर बनाएंगे. तो, दूसरा फावड़ा मैं मारूंगा. केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इन 4 सालों में जितनी अमानवीय घटना हुई है, उसने पूरी दुनिया की मानवता शर्मसार हुई है।
#WATCH: Samajwadi Party's Azam Khan says, 'Taj Mahal is a Shiv Temple, Yogi Ji (UP CM) and many other people told me this. I am the kind of Muslim who walk with Yogi Ji & will also get 10-20 thousand other Muslims along, to demolish Taj Mahal.' pic.twitter.com/rh3gmUHDpR
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 28, 2018
ताजमहल तोड़ने में मैं मदद कंरूगा: आजम खान
आजम खान ने कहा है कि वो गुलामी की निशानी ‘ताजमहल’ को तोड़ने में सीएम योगी की मदद करेंगे. आजम ने कहा, ‘ताजमहल को तोड़ने के लिए पहला हथौड़ा योगी को मारना होगा. मैं अपने 10-20 हजार मुस्लिम समर्थकों को लेकर उनका साथ दूंगा.’ आजम का कहना है कि उन्हें योगी ने बताया है कि ताजमहल भगवान शिव का मंदिर है. आपको बता दे कि इससे पहले भी आजम खान ताजमहल को तोड़ने की बात कर चुके हैं.
सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सामने आने पर आजम खान ने कहा चुनाव करीब आ गया है. इसलिए सरकार ने वीडियो सबके सामने रख दिया गया है. उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हमेशा हर मुल्क की सरहदों पर होती है. हम कोई निराले नहीं है. ये सीक्रेट एक्शन होता है. सर्जिकल स्ट्राइक कितनी पब्लिसिटी करनी चाहिए. ये पीएम मोदी से बेहतर और कौन जानता हैं।
आजम खान ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ठीक चुनाव से पहले सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सब के सामने लाना सरकार की रणनीति थी. उन्होंने कहा कि चुनाव आने वाले है और जनता मोदी सरकार से उनके काम के हिसाब मांगेगी. इसलिए ये वीडियो उन्होंने जारी किया।
मजार पर मुख्यमंत्री योगी टोपी पहनने से मना कर देने पर आजम खान ने तंज कसते हुए कहा कि हज और उमरे पर टोपी नहीं पहनी जाती. इसलिए योगी की नियत ये होगी कि वो हज ओर उमरा कर रहे है. ये जबरदस्ती टोपी उड़ाने की बात ही सही नहीं है. उन्होंने कहा कि संत कबीर दास के मजार पर टोपी पहनकर जाना कोई तुक की बात नहीं है. वो धार्मिक संत नहीं थे. वो सिर्फ अच्छे कवि थी.