HAKIM SAIFULLA QASMI
कौन सी ऐसी स्त्री है जो माँ नही बनना चाहती है ।
यह उपाय स्त्री यो के लिए है 21 साल से 45 साल तक की उम्र के लिए तो रामबाण है।
अगर किसी शादी शुदा दम्पति को एक साल के भीतर बच्चा ना हो तो उनके दिल पर क्या गुजर ती वो तो वो ही जानते है। जिन्हे ओलाद(बच्चा) नही होता ।ओर वे महिलाए अच्छी तरह जानती है कि लोग उनके बारे मे क्या क्या बाते करते हैं लेकिन मै आज आप को ऐसा देशी नुस्खा बताने जा रहा हू । जिसे हम सैकंडो ऐसे लोगो पर प्रयोग कर चुके है और शतप्रतिशत रिजल्ट मिला है ।
(नोट – लेकिन अगर आदमी के अन्दर कमी है तो वो अपना किसी लेब मै टेस्ट करा ले । ओर हमारे नम्बर पर फोन करके सलाह ले सकते है) । ये देशी फार्मूला केवल स्त्री यो के लिए है । अब आप को कुछ चीजे पंसारी से लेकर आनी है ।
1 – खरैटी 100 ग्राम
2 – गंगरेन की छाल 100 ग्राम
3 – महुआ 100 ग्राम
4 – बड़ के अंकुर 100 ग्राम
5 – नागकेसर 100 ग्राम
👆ये सब बराबर मात्रा मे लेकर इन्हे महीन कूट पीस कर पाउडर बना कर आटा छाननी मै छानकर किसी साफ कांच के बर्तन मे रख ले । ओर रोजाना सुबह शाम खाना खाने के एक घंटे बाद एक-चम्मच चूर्ण गाय के दूध मे शहद मिलाकर एक महीने पीये तो बन्ध्या(बांझ) स्त्री के भी इनशा अल्ला ओलाद होजाये गी
🌴🌹परहेज- पीरियड के समय कोई भी ठंडी ओर बादी की चीज (वस्तुऐ) ना खाये ।
Uterus Prolapse -गर्भाशय का बाहर निकल आना – खुरूजुर्रहम-
Uterus Prolapse:- इसमें गर्भाशय नीचे की ओर बाहर निकल आता ह और योनी में दिखाई देता ह ऐसी हालत में पेड़ू – कमर – जांघों और पिन्डलियो में दर्द होता ह कभी कभी पेशाब और पाखाना भी रूक जाता ह रोगी को एक गोल नर्म चीज नीचे योनी में आती हुई मालूम होती ह
योनि (या पेल्विक अंग) प्रोलैप्स क्या होता है?
आपके पेल्विक अंगों में आपका मूत्राशय, गर्भाशय (गर्भ) और मलाशय (पीछे का मार्ग) शामिल होते हैं। ये अंग “फैशिया” और”लिगामेंट्स” नाम के ऊतकोंद्वारा अपनी जगह में बनाए रखे जाते हैं। ये ऊतक आपके पेल्विक अंगों को पेल्विसकी हड्डी की बगल की दीवारों से जोड़ने में मदद करते हैं और इन्हें आपके पेल्विस के अंदर बनाए रखते हैं आपके पेल्विक फ्लोर की माँस-पेशियाँ नीचे से आपके पेल्विक अंगों को पकड़ कर ऊपर बनाएरखती हैं। यदि किसी कारणवश फैशिया और लिगामेंट्स कट-फट या खिंच जाते हैं, और यदि आपके पेल्विक फ्लोर की माँस-पेशियाँ कमजोर हैं, तो हो सकता है कि आपके पेल्विक अंग (आपका मूत्राशय, गर्भाशय, या मलाशय) अपने सही स्थान पर नहीं बनाए रखे जा सकें और वे नीचे योनि (जन्मनली) में उभर कर निकल जाएँ।.
प्रोलैप्स के लक्षण क्या होते हैं? (Symptoms):-
आपके एक प्रोलैप्स से ग्रस्त होने के कुछ संकेत हो सकते हैं। ये संकेत प्रोलैप्स के प्रकार पर और पेल्विक-अंग समर्थन में कितना ह्रास हो गया है, इसपर निर्भर करते हैं।शुरू में हो सकता है कि आप इस बात से अवगत न हों कि आप एक प्रोलैप्स से ग्रस्त हैं, लेकिन आपका डॉक्टर या नर्स आपका नियमित पैप परीक्षण करते समय आपके प्रोलैप्स को देखने में सक्षम हो सकता है।जब एक प्रोलैप्स और भी नीचे होता है, तो आप निम्नलिखित प्रकार की चीजों को नोट कर सकती हैं:
*.योनि में भारीपन या खिंचाव महसूस होना;
*.कुछ ‘नीचे आने’ या योनि में एक गांठ का आभास होना;
*.आपकी योनि से एक गांठ का बाहर उभरना, जिसे आप शावर या बाथ लेते समय देख या महसूस कर सकती हैं;
*.दर्द या कम अनूभूति होनेकी यौन समस्याएँ;
*.आपका मूत्राशय उस तरह से खाली नहीं होता है जैसे इसे होना चाहिए, या आपकी मूत्र-धारा कमजोर हो सकती है;
*.मूत्र-मार्ग के संक्रमण बार-बार हो सकते हैं;
या*.आपके लिए पूरी तरह से मल-त्याग द्वारा अपनी आंत्र को खाली करना कठिनहो सकता है।
ये लक्षण दिन के अंत में और खराब महसूस हो सकते हैंऔर लेटने के बाद बेहतर महसूस हो सकते हैं।
यदि प्रोलैप्स आपके शरीर से बाहर उभरता है, तो प्रोलैप्स के आपके अधोवस्त्र के साथ घर्षण होने के कारण आपको दर्द महसूस हो सकता है या रक्तस्राव हो सकता है।.
प्रोलैप्स का क्या कारण होता है (Cause)?:-
पेल्विक अंग मजबूत स्वस्थ फैशिया द्वारा आपके पेल्विस के अंदर जमे हुए रहते हैं। पेल्विक फ्लोर की माँस-पेशियाँ नीचे से उनको पकड़ कर ऊपर बनाए रखती हैं जो एक मजबूत माँस-पेशी के स्लिंग की तरह काम करती हैं। यदि मूत्राशय, गर्भाशय और आंत्र को उनके स्थान पर रखने वाली समर्थक माँस-पेशियाँ (फैशिया और लिगामेंट्स) कमजोर या क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, या पेल्विक फ्लोर की माँस-पेशियाँ कमजोर हो जाती हैं और नीचे झूलने लगती हैं, तो प्रोलैप्स होसकता है।
शिशु-जन्म प्रोलैप्स का मुख्य कारण है। योनि में नीचे जाते समय शिशु समर्थन ऊतकों और पेल्विक फ्लोर की माँस-पेशियों में खिंचाव पैदा कर सकता है और वे कट-फट सकती हैं। आपके जितने अधिक योनि शिशु-जन्म होंगे, आपके प्रोलैप्स से ग्रस्त होने की सँभावना उतनी ही अधिक होगी।
नीचे कुछ ऐसी बातें दी गई हैं जो पेल्विक अंगों और पेल्विक फ्लोर की माँस-पेशियों पर नीचे दबाव डालकर प्रोलैप्स को जन्म दे सकती हैं:
*.काफी समय के लिए चलने वाली खाँसी (जैसे धूम्रपान के कारण होने वाली खांसी या अस्थमा);
*.भारी सामान उठाना; और
*.कब्ज़ और मल-त्याग के लिए आंत्र पर दबाव डालना।
प्रोलैप्स के प्रकार (Type):-
पेल्विक अंग योनि की सामने की दीवार से बाहर उभर सकते हैं (जिसे सिस्टोसील [cystocele] कहा जाता है),
योनि की पीछे की दीवार से उभर सकते हैं (जिसे रेक्टोसील [rectocele] या एंटरोसील [enterocele] कहा जाता है),
या फिर गर्भाशय आपकी योनि में नीचे आ सकता है (गर्भाशय प्रोलैप्स)। योनि में एक से अधिक अंग भी उभर कर आ सकते हैं।
प्रोलैप्स से किसके ग्रस्त होने की संभावना होती है?
प्रोलैप्स परिवारों में आनुवाँशिक रूप से चलता है।
रजोनिवृत्ति के बाद या आपका वजन अधिक होने के कारण इससे ग्रस्त होने की संभावना और अधिक हो सकती है।
लेकिन युवा महिलाओं में यह शिशु-जन्म के तुरंत बाद हो सकता है।
*.यह माना जाता है कि शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं में से आधी महिलाएँ किसी स्तर तक पेल्विक अंग प्रोलैप्स से ग्रस्त होंगी, लेकिन पाँच में से केवल एक महिला ही मदद प्राप्त करने के लिए प्रयास करती है।
*.प्रोलैप्स उन महिलाओं में भी हो सकता है जिन्होंने कभी भी शिशु को जन्म न दिया हो, मुख्य रूप से यदि वे खाँसती हैं, शौचालय में दबाव डालती हैं, या भारी सामान उठाती हैं।