नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि दुनियाभर में भूखमरी की वजह से मरने के कगार पर कई करोड़ लोग पहुंच गए हैं. इन लोगों की संख्या पिछले साल से बढ़कर 12 करोड़ 40 लाख हो गई. अगर इन लोगों को जल्द ही भोजन नहीं मिला तो इनकी मौत होने का खतरा है. संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी के प्रमुख डेविड बीसली कहा, ‘ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग एक-दूसरे को गोली मारने से भी नहीं कतराते हैं।
Happening now: @UN Security Council briefing on Conflict and Hunger #UNSC https://t.co/3ndUOHxNrp
— World Food Programme (@WFP) March 23, 2018
डेविड बीसली ने एक वीडियो लिंक के जरिए शुक्रवार को सुरक्षा परिषद को बताया, ‘भूख से जूझ रहे तकरीबन तीन करोड़ 20 लाख लोग चार संघर्षरत देश सोमालिया, यमन, दक्षिण सूडान और उत्तर पूर्व नाइजीरिया में रह रहे हैं. इन देशों को पिछले साल अकाल की स्थिति से बचा लिया गया.’
Conflict driving hunger up: 80 million in 2015, then 108 million the next year, and now 124 million. A total increase of 55 percent. If we don't solve the food security issue, we can't solve the migration issue, the conflict issue, the stability issue. pic.twitter.com/XXeVEpuV68
— Cindy McCain (@WFPChief) March 22, 2018
विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि भूख और संघर्ष के बीच संबंध विध्वंसकारी है. संघर्ष से खाद्य असुरक्षा पैदा होती है और खाद्य असुरक्षा से अस्थिरता तथा तनाव उत्पन्न होता है जिससे हिंसा फैलती है।
Last year, more than 120 million people had no idea where their next meal would come from. Urgent humanitarian assistance is needed to save lives and protect livelihoods. Read the Global Report on Food Crises 🔀 https://t.co/nrMf3cnueM #GlobalFoodCrisis pic.twitter.com/GoMDK15y5R
— World Food Programme (@WFP) March 22, 2018
बीसली ने कहा कि वैश्विक रूप से लंबे समय से भूखे 81 करोड़ 50 लाख लोगों में से 60 फीसदी लोग संघर्षरत इलाकों में रहते हैं और उन्हें यह पता नहीं होता कि अगली बार खाना कहां से मिलेगा।