Deepak Sharma
@DeepakSEditor
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ICU में हैं और बेहद गंभीर हालत में है।उनका कल का बयान अब एक तरह से dying declaration माना जाना चाहिए — जो कानून में बेहद महत्वपूर्ण साक्ष्य होता है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले का संज्ञान ले।
मलिक जी ने कहा है कि उन्हें फंसाया गया जबकि उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 150 करोड़ की रिश्वत के प्रस्ताव का पर्दाफाश किया था।
सरकार ने उन्हें Whistleblower की जगह अपराधी बना दिया।
अब सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान लेकर सीबीआई को नोटिस देना चाहिये और court monitored स्वतंत्र जांच का आदेश देना चाहिए।
Pawan Ranjan
@PawanRanja76175
ईश्वर जल्द सत्यपाल मलिक जी को जल्द स्वस्थ करें, वरना 150 करोड़ की रिश्वत का राज दफन हो जाएगा। जनता को सच कभी पता नहीं चलेगा। सुप्रीम कोर्ट से स्वतंत्र जांच की उम्मीद बेमानी है। कोई एजेंसी कुछ नहीं कर सकती। सबको अपने परिवार, कैरियर की चिंता है। देश माफियाओं के चंगुल में फंसा है।
Sekh shfique Ansari
@shfique13
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी के अस्वस्थ होने का समाचार चिंताजनक है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वे शीघ्र स्वस्थ हों और पहले की तरह निर्भीकता से जनसरोकारों की आवाज़ बनें।
आपका साहस देश के लिए प्रेरणा है।
𝓛𝓸𝓴𝓮𝓼𝓱 𝓟𝓪𝓪𝓚𝓪𝓭 
@lkmeena8619
सत्यपाल मलिक के आरोप और ‘व्हिसिलब्लोअर’ का मुद्दा
मलिक जी ने अपने बयान में स्पष्ट कहा है कि उन्हें जम्मू-कश्मीर में 150 करोड़ रुपये की रिश्वत के प्रस्ताव का पर्दाफाश करने के बावजूद फंसाया गया है। यह एक गंभीर आरोप है, क्योंकि यह दर्शाता है कि एक व्हिसिलब्लोअर (भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाला) होने के बजाय, उन्हें ही अपराधी बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जिस टेंडर में उन्हें फंसाया जा रहा है, उसे उन्होंने खुद रद्द किया था और प्रधानमंत्री को भी भ्रष्टाचार की जानकारी दी थी।