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RSS से जुड़े गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र ने गौ मूत्र पर आईवीआरआई की रिपोर्ट को ख़ारिज़ करते हुए कहा-गौ मूत्र का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित है : रिपोर्ट

भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान(IVRI) की हालिया रिपोर्ट को लेकर हंगामा मचा हुआ है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि गौ मूत्र का सीधा सेवन मनुष्यों के लिए हानिकारक है। अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र (GVAK) ने इस रिपोर्ट पर निशाना साधा है।

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गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र ने गौ मूत्र पर आईवीआरआई की रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है। इस रिपोर्ट ने गौमूत्र को लेकर संदेह पैदा किया है। बता दें, गौ विज्ञान अनुसंधान केंद्र गौ उत्पादों पर शोध करता है और यह स्वदेशी गोवंश का प्रबल समर्थक भी है।

रिपोर्ट पर खड़े किए सवाल
GVAK की ओर से सुनील मानसिंगा ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए आईवीआरआई की रिपोर्ट पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, गौ मूत्र पूरी तरह से सुरक्षित है। हालांकि, हमेशा ताजे गौ मूत्र का सेवन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, जो लोग गौ मूत्र का सेवन करते हैं, उन्हें यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि गाय देशी नस्ल की हो और वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हो। प्रेसवार्ता में मौजूद अन्य लोगों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि वे गौ मूत्र का सेवन करते हैं, जिससे वे पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।

Anil Patel
@AnilPatel_IN
·
Apr 9
ये है भक्त है अंधभक्तों का महाकाल
ये वही पाखंडी साधु संत है जो गाय के गोबर को #कोहिनूर_हीरे से भी महंगा बताते हैं,
और गोमूत्र को सुपर एंटीबायोटिक दवा घोषित करते हैं।
आज बीमार हुवे तो विज्ञान का सहारा लेकर हॉस्पिटल में भर्ती है, गोमूत्र गाय का गोबर सिर्फ #OBC_SC_ST को ही सूट करता…

 

आईवीआरआई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
इस रिपोर्ट को लेकर आईवीआरआई के खिलाफ विदिशाा में एक शिकायत भी दर्ज की गई है, जिसमें कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। वहीं मानसिंगा ने कहा, वह इस मामले को सरकार और विशेषकर आयुष मंत्रालय के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा, यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है, जब ऐलोपैथिक डॉक्टर भी गौ मूत्र के सेवन की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा, गौ मूत्र में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी जीन टॉक्सिटी गुण होते हैं, जो कैंसर तक रोकने में मददगार साबित होते हैं। उन्होंने बताया, हर साल करीब 20 हजार लीटर गौमूत्र से दवाएं बनाई जा रही हैं।

जल्दबाजी में तैयार की गई रिपोर्ट
उन्होंने कहा, आईवीआरआई की हालिया रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण इरादे से जल्दबाजी में की गई है। इसने भैंसों और मनुष्यों के अलावा 40 गायों के नमूने लिए हैं। मानसिंगा ने कहा कि आइवीआरआई का कहना है कि गौ मूत्र में बैक्टीरिया विकसित होते हैं, हालांकि इस रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया है कि परीक्षण से पूर्व कितनी देर पहले गौ मूत्र के नमूने लिए गए थे