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ये जंगल है, लोकतंत्र नही…जो नाम बदलकर बेवकूफ़ बना देगा…यहाँ मैं ही राजा हूँ…
नितिन सिंह =========== मैं जंगल हूँ एक बिरजू नामक बहुत ही बिगड़ैल भेड़िया था सभी जानवरो को परेशान करना.. उनका खाना चुरा लेना.. आपस मे लड़वाना उसकी आदत थी.. जंगल के सभी आम जानवर परेशान हो गए तो वो राजा शेर के पास गए…महाराज हम बहुत परेशान हैं…और पूरी बात विस्तार से बताई…राजा शेर ने […]
प्रतिवाद : यह क़विता ज़रुर पढी जानी चाहिए…..By – अजय दुर्ज्ञेय
भारद्वाज दिलीप ============== [ यह कविता ज़रुर पढी जानी चाहिए] प्रतिवाद ________ ओ मेरे दोस्त!तुम्हारी सलाह है कि मुझे कम आक्रामक होना चाहिए। सब भूल जाना चाहिए, सबसे प्यार करना चाहिए और अतीत के चंगुल से बाहर आना चाहिए ख़ैर!मैं तुमसे सिर्फ यह पूछता हूँ कि क्या तुम्हारे लिए कभी प्रगति प्रतिबंधित हुई है? क्या […]
*मेरा दहेज का सामान*
Laxmi Kumawat ================== * मेरा दहेज का सामान * आज घर में नई वाशिंग मशीन आई थी, जिसे देखकर घर के बाकी लोग तो बहुत खुश हो गए। खासकर बिंदिया जी। आखिर उनका बेटा सौरभ उनके लिए वाशिंग मशीन खरीद कर लाया था। हां, ये अलग बात है कि कुछ पैसे जगदीश जी ने सौरभ […]