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PM मोदी ने DU के शताब्दी समारोह में कहा-आज देश भर में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय, कॉलेज बनाए जा रहे हैं!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में शिरकत करते हुए कहा है कि आज हमारे शिक्षण संस्थान दुनिया भर में अलग पहचान बना रहे हैं.

पीएम मोदी ने दिल्ली विश्वविद्यालय कंप्यूटर सेंटर और ‘प्रौद्योगिकी संकाय’ की इमारत और दिल्ली विश्वविद्यालय के अकादमिक ब्लॉक की आधारशिला रखी है.

इस मौके पर पीएम मोदी ने ये पांच बातें कहीं –

निष्ठा धृति सत्यम्, विश्वविद्यालय का ये ध्येय वाक्य अपने हर एक छात्र के जीवन में मार्गदर्शक दीपक की तरह है… जिसके पास ज्ञान है वही सुखी है, वही बलवान है. वास्तव में वही जीता है जिसके पास ज्ञान है.

आज देश भर में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय, कॉलेज बनाए जा रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में IIT, IIM, NIT, AIIMS जैसी संस्थाओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है. ये सभी संस्थान नए भारत के निर्माण खंड बन रहे हैं. हमारे शिक्षण संस्थान दुनिया में एक अलग पहचान बना रहे हैं. एक समय था जब छात्र किसी संस्थान में दाखिला लेने से पहले सिर्फ प्लेसमेंट को ही प्राथमिकता देते थे. लेकिन आज, युवा जिंदगी को इसमें बांधना नहीं चाहता, वो कुछ नया करना चाहता है… अपनी लकीर खुद खींचना चाहता है.

योग जैसा हमारा विज्ञान, हमारी संस्कृति, हमारे फेस्टिवल, हमारा लिटरेचर, हमारी हिस्ट्री, हमारा हैरिटेज, हमारी विधाएं, हमारे व्यंजन… आज हर किसी की चर्चा हो रही है, हर किसी के लिए नया आकर्षण पैदा हो रहा है. इसलिए उन भारतीय युवाओं की डिमांड भी बढ़ रही है जो विश्व को भारत के बारे में बता सके.

पिछली शताब्दी के तीसरे दशक ने स्वतंत्रता संग्राम को नई गति दी थी, अब इस शताब्दी का ये तीसरा दशक भारत की विकास यात्रा को नई रफ़्तार देगा.
आज देशभर में बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी, कॉलेज बनाए जा रहे हैं.

कोई भी देश हो उसकी यूनिवर्सिटीज… शिक्षण संसथान, उसकी उपलब्धि का सच्चा प्रतीक होते हैं. दिल्ली यूनिवर्सिटी सिर्फ एक यूनिवर्सिटी नहीं बल्कि एक मूमेंट रही है. इस यूनिवर्सिटी ने हर मूमेंट को जिया है, इस यूनिवर्सिटी ने हर मूमेंट में जान भर दी है.

Surya Pratap Singh IAS Rtd.
@suryapsingh_IAS
झूठ बोले कौआ काटे!

आज झूठ बोला गया कि भारत की 45 यूनिवर्सिटी दुनिया की टॉप रैंकिंग में हैं।

QS वर्ल्ड युनिवर्सिटी रैंकिंग के टॉप 100 में भारत की कोई युनिवर्सिटी या संस्थान नहीं है।

बल्कि कई संस्थानों व युनिवर्सिटी जो टॉप 500 थे, वे और नीचे खिसक गए, JNU जैसे टॉप संस्थान का आपने भूसा भर दिया।

यदि आप टॉप 1500 की बात कर रहे हो तो शर्म आनी चाहिए।

सूची देखें, लगभग सभी IITs 2024 में 2023 के मुक़ावले नीचे खिसक गए।

ये गूगल ऐज है, झूठ तुरंत पकड़ा जाता है फिर भी उल्टा सीधा फेंकने की आदत सी हो गई है?