मै 2 घंटे तक बेहोश था, डॉक्टर ने कह दिया था खेलना भूल जाओ’. ये शब्द वर्ल्ड कप मे अपने गेंदबाजी से कहर बरपाने वाले मोहम्मद शमी के हैं. इस स्टार गेंदबाज ने अपने साथ गुजरी आपबीती पर बड़ा खुलासा किया है. शमी ने कहा उन्हें एक समय डॉक्टरों ने खेलने से मना कर दिया. उन्हें लगातार इंजेक्शन लगवाने पड़ते थे.
दरअसल, ‘प्यूमा इंडिया’ के साथ खास बातचीत में मोहम्मद शमी ने कहा कि 2015 वर्ल्ड कप से ठीक पहले उनके घुटने में सूजन आ गई थी. ऐसे में उनके पास आखिरी ऑप्शन घुटने की सर्जरी का था.
उन्होंने ये सर्जरी नहीं करवाई और क्रिकेट खेलना जारी रखा. उन्होंने ये भी कहा कि, वो हर मैच के बाद अस्पताल जाकर इंजेक्शन लेते थे. 2015 वर्ल्ड कप के दौरान अगर उनकी जगह कोई और खिलाड़ी होता तो वो नहीं खेलता, शमी ने कहा- मैंने दर्द झेला और खेला. मेरे पास दो ऑप्शन थे पर मैंने रेस्ट लेने की बजाय देश को चुना