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सात वर्ष हो गये इस पत्र को लिखे हुए…..By-Kavita Krishnapallavi
Kavita Krishnapallavi ============ सात वर्ष हो गये इस पत्र को लिखे हुए । 2013 में भी इसे फेसबुक पर पोस्ट किया था । मेरी यह दोस्त बुर्जुआ जीवन और गार्हस्थ्य में व्यवस्थित होने की विफल कोशिश के बाद आज भौतिक समृद्धि और आर्थिक सुरक्षा के बावजूद, अवसाद से जूझते हुए एकाकी जीवन बिता रही है […]
मेरा पैग़ाम मोहब्बत है….बंटवारे के दर्द को पंजाब और पंजाबियों ने जितना बर्दाश्त किया है उतना किसी और ने नही!
Tajinder Singh ============== मेरा पैगाम मोहब्बत है…. अगस्त 1947 को एक मुल्क धर्म की बुनियाद पर दो हिस्सों में तकसीम हो गया। बंटवारे के इस दर्द को पंजाब और पंजाबियों ने जितना बर्दाश्त किया है उतना किसी और ने नही। सरहद के दोनों तरफ बैठे लोग आज भी अपने गांव की मिट्टी की खुशबू भूले […]
व्यग्रता में उग्रता :…वह भारत के किसी भी स्वाभिमानी नागरिक को शर्मिंदा करता है!
जगमोहन सिंह राजपूत ============ वैसे तो इन दिनों नैतिकता के ह्रास का प्रभाव चौतरफा देखा जा रहा है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से देश की राजनीति में जिस प्रकार के अस्वीकार्य शब्दों का प्रयोग हो रहा है, वह भारत के किसी भी स्वाभिमानी नागरिक को शर्मिंदा करता है। एक संस्कारवान समाज में कुछ लोगों की […]