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#Ghaziabad : छेड़छाड़ पीड़िता को नहीं मिला इंसाफ़ तो पति ने पुलिस चौकी मे आग लगाकर कर लिया सुसाइड

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छेड़छाड़ पीड़िता को नहीं मिला इंसाफ़ तो पति ने पुलिस चौकी मे आग लगाकर कर लिया सुसाइड

अब कोतवाल सहित 4 पुलिस वालो पर FIR, निलंबन भी किया गया

परिवार ने किया सवाल : – दोषी पुलिस वालो और छेड़छाड़ आरोपियों के घर पर बुलडोजर कब?

UP : गाजियाबाद में एक विवाहिता से छेड़छाड़ हुई। विरोध किया तो आरोपियों ने उसके पति का हाथ तोड़ दिया। वो रिपोर्ट लिखाने थाने पर गया। वहां पुलिसवालों ने फैसले का दबाव बनाया, धमकाया।
सुनवाई नहीं हुई तो परेशान युवक ने पुलिस चौकी में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। उसकी GTB हॉस्पिटल दिल्ली में मौत हो गई। मरने से ठीक पहले इस युवक ने बयान दिया कि मेरी मौत का जिम्मेदार 4 पुलिसवाले होंगे। थाना प्रभारी रामसेवक सिंह, दरोगा रमन मावी और सलीम व एक सिपाही पर सुसाइड के लिए उकसाने की FIR हुई। चारों को सस्पेंड किया गया। अब परिवार ने किया सवाल किया हैं की दोषी पुलिस वालो और छेड़छाड़ आरोपियों के घर पर बुलडोजर कब चलेगा।

यह है पूरा मामला…

लोनी बॉर्डर थाने की एक कॉलोनी में रहने वाली महिला के साथ मोहल्ले में रहने वाला रामपाल का भांजा रॉबिन आए दिन छेड़छाड़ करता था। आरोप है कि 13 दिसंबर को रॉबिन ने महिला को गलत तरीके से छुआ था। उसके बाद महिला के पति के शिकायत करने पर रॉबिन के मामा रामपाल ने कॉलोनी छोड़कर चले जाने की धमकी दी थी। आरोप है कि रामपाल और घर के अन्य सदस्यों ने महिला और उसके पति के साथ मारपीट की थी। जिससे महिला का गर्भपात हो गया था। पीड़ित दंपति आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए 13 दिसंबर को थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर हल्की धाराओं में कार्रवाई की थी।

थाने में खुद को लगाई आग..

मामले में कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की। शिकायत के बाद पुलिस ने 25 दिसंबर को रामपाल, दीपक, कार्तिक, रेखा और एक अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली, लेकिन गिरफ्तारी नहीं की। एक जनवरी को पीड़ित दंपति कार्रवाई की मांग को लेकर थाना लोनी बॉर्डर पहुंचे। वहां पुलिस ने पीड़ित दंपत्ति को दुत्कार कर थाने से भगा दिया। इस पर महिला के पति ने थाने में ही अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। गंभीर हालत में उसे उपचार के लिए दिल्ली स्थित जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मुकदमा…

उपचार के दौरान पीड़ित युवक की मौत हो गई। हालांकि 3 जनवरी को पीड़ित के परिवार ने एक वीडियो बनाया था, जिसमें उसने लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी डॉ. रामसेवक, चौकी प्रभारी रमन सिंह और दरोगा सलीम को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। 9 जनवरी को पीड़ित की मौत हो गई। डीसीपी ग्रामीण विवेक यादव ने बताया कि लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी डॉ. रामसेवक, बॉर्डर चौकी प्रभारी रमन सिंह, दरोगा सलीम और सिपाही को मौत के बाद अधिकारियों ने सस्पेंड कर दिया है।