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CJI UU Lalit : जस्टिस ललित का कार्यकाल 74 दिन का होगा

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 65 वर्ष और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 वर्ष की आयु होने पर सेवानिवृत्त होते हैं। आइए जानते हैं ऐसे चीफ जस्टिस के बारे में जिनका कार्यकाल 100 दिन से कम रहा…

जस्टिस यूयू ललित ने शनिवार को भारत के नए चीफ जस्टिस के रूप में शपथ ले ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में शपथ दिलाई। भारत के 49वें प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ग्रहण करने वाले न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित भारतीय न्यायपालिका के छठे ऐसे प्रमुख होंगे, जिनका कार्यकाल 100 दिन से कम होगा। जस्टिस ललित का कार्यकाल 74 दिन का होगा और वह आठ नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 65 वर्ष और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 वर्ष की आयु होने पर सेवानिवृत्त होते हैं। आइए जानते हैं ऐसे चीफ जस्टिस के बारे में जिनका कार्यकाल 100 दिन से कम रहा…

जस्टिस कमल नारायण सिंह
पूर्व चीफ जस्टिस कमल नारायण सिंह का कार्यकाल 18 दिन का ही रहा था। वे 25 नवंबर 1991 को चीफ जस्टिस नियुक्त हुए थे। उन्होंने 12 दिसंबर 1991 तक इस जिम्मेदारी को संभाला था।

न्यायमूर्ति एस राजेंद्र बाबू
जस्टिस एस राजेंद्र बाबू ने दो मई 2004 से 31 मई 2004 तक सीजेआई के रूप में सेवाएं दी थीं। न्यायमूर्तिबाबू का कार्यकाल 30 दिन का था।

जस्टिस जेसी शाह
जस्टिस जेसी शाह 36 दिन तक प्रधान न्यायाधीश रहे थे। उनका कार्यकाल 17 दिसंबर 1970 से लेकर 21 जनवरी 1971 तक था।

जस्टिस जीबी पटनायक
जस्टिस जीबी पटनायक ने प्रधान न्यायाधीश के रूप में 41 दिन तक कार्यकाल संभाला था। वे आठ नंवबर 2002 से 18 दिसंबर 2002 तक सीजेआई रहे।

जस्टिस एलएम शर्मा
जस्टिस एलएम शर्मा का कार्यकाल 86 दिन रहा। वह 18 नवंबर 1992 से 11 फरवरी 1993 तक भारत के प्रधान न्यायाधीश के पद पर थे।