Surah/सूरह 2 : Al-Baqarah/अल-बक़रा [गाय / The Cow] सूरह 2 : अल-बक़रा [गाय / The Cow] यह क़ुरआन की सबसे लम्बी सूरह है जिसकी आयतें कई सालों में थोड़ी-थोड़ी उतरी थीं। आयत 67 में एक गाय की कहानी का ज़िक्र आया है जिसके नाम पर इस सूरह का नाम पड़ा है, जिसमें इसराइलियों को गाय […]
धर्म
क़ुरआन का हिंदी अनुवाद पार्ट – 1 : सूरह 1 : अल-फ़ातिहा
सूरह 1: अल-फ़ातिहा यह एक मक्की सूरह है। पूरे क़ुरआन में अल्लाह का जो संदेश आया है, उसका इस सूरह में निचोड़ पेश किया गया है, दूसरे शब्दों में कहें तो “गागर में सागर भर दिया गया है।” यह सूरह इस्लामी इबादत के लिए बहुत अहम है क्योंकि इस सूरह को हर नमाज़ में पढ़ना […]
पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं, अपनी महिलाओं का सम्मान करो ताकि बिना हिसाब स्वर्ग में दाख़िल हो!
पार्सटुडे- इस्लाम में महिला का स्थान एक अद्वितीय स्थान है और महिलाओं के सम्मान के संबंध में काफ़ी सिफ़ारिशें की गयी हैं। इस्लाम में धार्मिक हस्तियां महिलाओं के मूल्य व सम्मान को बहुत महत्वपूर्ण मानती थीं। इस प्रकार से कि पैग़म्बरे इस्लाम स. ने उस समय अपनी प्राणप्रिय सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हरा .को अपनी आंखों […]
दूसरों के ग़ुलाम न बनो कि अल्लाह ने तुम्हें आज़ाद पैदा किया है!
पार्सटुडे- (आज़ादी) अपमान के बंधन से इंसान की एक प्रकार की मुक्ति व रिहाई है और पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र व सज्जन परिजनों ने इस विषय पर बहुत बल दिया है। पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों से आज़ादी के बारे में बहुत सी हदीसें नक़्ल की गयी हैं जिनमें से हम यहां केवल आठ का […]
कठिनाइयों का मुक़ाबला कैसे करें? पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों की सिफ़ारिशें
पार्सटुडे- कठिनाइयां इंसानों की ज़िन्दगी का भाग हैं और वह तूफ़ान की भांति हैं जिनसे भागना असंभव है। पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों ने इस संबंध में सब्र व धैर्य से काम लेने की बहुत सिफ़ारिश की है। कठिनाइयां इंसानों को धार देने वाली या शुद्ध करने वाली होती हैं जो मानवता के निर्माण का […]
पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं – “जो अल्लाह और क़यामत पर ईमान रखता है वह अपने पड़ोसी को कष्ट नहीं पहुंचाता है”
पार्सटुडे- पड़ोसियों के सम्मान का लोगों के सामाजिक जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। आज लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं और उनकी जीवन शैली शहरी हो गयी है। इस बात के दृष्टिगत पड़ोसी और उसके अधिकारों का विषय अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इस्लाम धर्म में इस बात पर बल दिया […]
इमाम मूसा काज़िम की जीवनी और उनके कुछ कथनों पर एक दृष्टि
“पैग़म्बर स्पष्ट तर्क और बुद्धि अल्लाह की आंतरिक हुज्जत है” इमाम मूसा काज़िम की जीवनी और उनके कुछ कथनों पर एक दृष्टि पार्सटुडे- इमाम मूसा काज़िम पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों में से एक हैं। वह हिजरी क़मरी की दूसरी सदी की महान हस्ती हैं। इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने बहुत से राजनीतिक […]
बुज़ुर्गों का सम्मान करने पर पैग़म्बरे इस्लाम और उनके पवित्र परिजनों के कुछ मशविरे!
पार्सटुडे – हज़रत इमाम सज्जाद ने फ़रमाया: बुज़ुर्गों का सम्मान करो क्योंकि वे बूढ़े हैं, उसके साथ शांति, नर्मी और आहिस्ता व्यवहार करो और उसका मान-सम्मान भी बढ़ाओ। इस्लाम के नैतिक पंथ में, आदर और सम्मान के लिए मौजूद अन्य मूल्यों और मानदंडों के साथ, बुढ़ापे और वयस्क होने को मानव गरिमा को संरक्षित रखने […]
एक मोमिन का मिज़ाज
Farooque Rasheed Farooquee ============= . एक मोमिन का मिज़ाज अगर हमें ज़िन्दगी में कोई तकलीफ़ पहुॅंचे, हम बीमार हों या हमें कोई नुक़सान हो तो हमको यह समझना और कहना चाहिए कि ये हमारे बुरे आमाल की सज़ा अल्लाह ने हमें दी है। लेकिन अगर हमारे भाई को कोई तकलीफ़ पहुॅंचे, नुक़सान हो या वो […]
लोगों पर रहम न करना अल्लाह की रहमत के ख़त्म होने का कारण बनता है!
अल्लाह की आम रहमत में दोस्त, दुश्मन, मोमिन, काफ़िर, अच्छे और बुरे सब लोग शामिल हैं। जिस तरह से जब वर्षा होती है तो सब जगह होती है मगर यह बात अल्लाह की विशेष रहमत में फ़र्क़ करती है। पैग़म्बरे इस्लाम के उत्तराधिकारी और मुसलमानों के इमाम हज़रत अली, हज़रत आदम अलैहिस्सलाम की पैदाइश के […]