हर इंसान अपने साथियों से प्रभावित होता है और हर इंसान के भाग्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उसके साथियों द्वारा निर्धारित होता है। इस दुनिया में इंसान बिना दोस्तों के, अजनबी और परदेसी की तरह रहता है, और उसके लिए जीवन का कोई अर्थ नहीं होता। ऐसे बहुत से लोग हैं, जो सच्चे और हमदर्द […]
धर्म
रोज़ेदार तौबा और इस्तेग़फार के ज़रिए अल्लाह की रहमत का फ़ायदा उठा सकते हैं और अपने आप को गुनाहों के बोझ से मुक्त कर सकते हैं!
पार्स टुडे- जब हम इस बात पर विचार करते हैं कि रमज़ान का महीना क़ुरान और इलाही शिक्षाओं पर विशेष ध्यान देने की सलाह देता है, तो हमें यह एहसास होता है कि रमज़ान जीवन के मार्ग की समीक्षा और पुनर्मूल्यांकन करने का एक अच्छा समय है। रमज़ान और रोज़े का महीना न केवल शारीरिक […]
हज़रत अली फ़रमाते हैं – ”बेहतरीन शासक वह है जो ज़ुल्म को ख़त्म करे और न्याय को ज़िन्दा करे”
मज़लूम का बचाव बौद्धिक और स्वाभाविक चीज़ है जिस पर इस्लामी रिवायतों में बल दिया गया है। मज़लूम उस इंसान को कहा जाता है जिस पर अन्याय व अत्याचार किया गया हो और उसके अधिकारों पर अतिक्रमण किया गया हो। पैग़म्बरे इस्लाम और उनके पवित्र परिजनों के हवाले से बहुत सी रिवायतों में मज़लूम की […]
इस किताब में इमाम ज़ैनुल आबेदीन की 54 दुआये हैं जिसे इमाम ने बोलकर लिखवाया है!
पार्सटुडे- इमाम ज़ैनुल आबेदीन की एक लिखित रचना व किताब है जो मुसलमानों के मध्य क़ुरआन की बहन, अहलेबैत की इंजील और ज़बूरे आले के नाम से मश्हूर है। इस किताब में इमाम ज़ैनुल आबेदीन की दुआयें हैं। इस किताब में इमाम ज़ैनुल आबेदीन की 54 दुआये हैं जिसे इमाम ने बोलकर लिखवाया है और […]
पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं, पांच चीज़ को पांच चीज़ से पहले ग़नीमत समझो!
पार्सटुडे- इस बात में कोई संदेह नहीं है कि समय इंसान की बहुत बड़ी और अद्वितीय पूंजी है और उसका सही लाभ उठाकर हर क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है और भौतिक और आध्यात्मिक प्रगति की बड़ी से बड़ी चोटी को सर किया जा सकता है। समय यानी घंटों, दिनों, महीनों, सालों यहां तक […]
पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं, हसद करने वाला इंसान सबसे कम आनंद उठाता है!
पार्सटुडे- हसद व जलन एक बुरी नैतिक बुराई है। हसद का अर्थ यह है कि इंसान उस इंसान से नेअमत के ख़त्म होने की तमन्ना करे जिसे अल्लाह ने कोई नेअमत दे रखी है। जो इंसान जलता या ईर्ष्या करता है वह दूसरों को खुश नहीं देख सकता है। वह उस चीज़ के ख़त्म होने […]
क़ुरआन का हिंदी अनुवाद पार्ट – 2 : सूरह अल-बक़रा
Surah/सूरह 2 : Al-Baqarah/अल-बक़रा [गाय / The Cow] सूरह 2 : अल-बक़रा [गाय / The Cow] यह क़ुरआन की सबसे लम्बी सूरह है जिसकी आयतें कई सालों में थोड़ी-थोड़ी उतरी थीं। आयत 67 में एक गाय की कहानी का ज़िक्र आया है जिसके नाम पर इस सूरह का नाम पड़ा है, जिसमें इसराइलियों को गाय […]
क़ुरआन का हिंदी अनुवाद पार्ट – 1 : सूरह 1 : अल-फ़ातिहा
सूरह 1: अल-फ़ातिहा यह एक मक्की सूरह है। पूरे क़ुरआन में अल्लाह का जो संदेश आया है, उसका इस सूरह में निचोड़ पेश किया गया है, दूसरे शब्दों में कहें तो “गागर में सागर भर दिया गया है।” यह सूरह इस्लामी इबादत के लिए बहुत अहम है क्योंकि इस सूरह को हर नमाज़ में पढ़ना […]
पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं, अपनी महिलाओं का सम्मान करो ताकि बिना हिसाब स्वर्ग में दाख़िल हो!
पार्सटुडे- इस्लाम में महिला का स्थान एक अद्वितीय स्थान है और महिलाओं के सम्मान के संबंध में काफ़ी सिफ़ारिशें की गयी हैं। इस्लाम में धार्मिक हस्तियां महिलाओं के मूल्य व सम्मान को बहुत महत्वपूर्ण मानती थीं। इस प्रकार से कि पैग़म्बरे इस्लाम स. ने उस समय अपनी प्राणप्रिय सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हरा .को अपनी आंखों […]
दूसरों के ग़ुलाम न बनो कि अल्लाह ने तुम्हें आज़ाद पैदा किया है!
पार्सटुडे- (आज़ादी) अपमान के बंधन से इंसान की एक प्रकार की मुक्ति व रिहाई है और पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र व सज्जन परिजनों ने इस विषय पर बहुत बल दिया है। पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों से आज़ादी के बारे में बहुत सी हदीसें नक़्ल की गयी हैं जिनमें से हम यहां केवल आठ का […]