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Breaking हिन्दू राष्ट्र का 750 पेज का संविधान प्रयागराज में बन कर हुआ तैय्यार, ईसाई और मुसलमानों को नहीं होगा वोट का अधिकार : त्रेता और दूआपर युग वाली दंड और न्याय प्रणाली होगी : रिपोर्ट

एक दिन बाद भारत में आज़ादी के 75 साल का जश्न मनाया जायेगा, सरकार ने इस मौके पर हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया है, आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रही सरकार और देश से परे हिन्दुत्वादियों ने भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की अपनी मुहिम तेज़ कर दी है,

इस के तहत देश की आज़ादी का 75 साल का जश्न तो ज़ोरशोर से मानाने की तैय्यारी हो रही है, लेकिन अगले कुछ सैलून में भारत ऐसा ही रह पायेगा जैसा वो आज है या हम भारत को हिन्दू राष्ट्र बदलते देखेंगे, क्यूंकि अभी ऐसी ही सुगबुगाहट शुरू हो गयी है, आज़ादी की 75 वीं वर्षगांठ के मौके को मोदी सरकार बिलकुल हाथ से निकलने देना नहीं चाहती है, और आज़ादी के 75 वें साल पर बीजेपी ये साबित करना चाहती है कि उससे बढ़कर देशभक्त पार्टी और कोई नहीं है क्यूंकि सब जानते हैं कि आज़ादी की आज़ादी की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर आज़ादी के इतिहास की भी बात हो रही है और आज़ादी की लड़ी में संघ परिवार का कोई योगदान नहीं था ये हम सब अच्छी तरह से जानते हैं बल्कि कई मौकों पर जबकि कोंग्रेसी उस वक़्त सड़कों पर आंदोलन कर रहे थे संघ के लोग कांग्रेस का विरोध करते हुए अंग्रेज़ों के साथ खड़े हुए थे

हिन्दू राष्ट्र का 750 पेज का संविधान प्रयागराज में बन कर तैय्यार हो गया है, इस संविधान के तहत राजधानी दिल्ली की जगह वाराणसी में होगी, किसी भी अलप सांखिक को वोट का अधिकार नहीं दिया जायेगा, 16 की उम्र में वोट देने का अधिकार दिया जायेगा, ये वर्ण व्यवस्था के आधार पर चलाया जायेगा

जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय हलके वाराणसी में 30 साधु-संतों ने हिन्दू राष्ट्र का मसौदा तैय्यार/पेश कर दिया है, इस मसौदे के आधार पर कहा जा रहा है कि ये मसौदा 750 पेज का है, यानी हिन्दू राष्ट्र का संविधान 750 पन्नों का होगा, इसके तहत भारत में रहने वाले मुस्लिम और ईसाईयों को वोटिंग का अधिकार नहीं होगा, बताया जाता है कि प्रयागराज में अगले साल जो माघ मेला आयोजित होगा उसमे इस संविधान के 300 पन्नों को लोगों के बीच पेश कर दिया जायेगा, इस मेले में धर्म संसद होगी उसमे हिन्दू राष्ट्र के संविधान पर कार्य योजना बनायीं जाएगी, इस संविधान के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली की जगह वाराणसी होगी, साथ ही काशी में धर्म संसद बनाने का भी प्रस्ताव है, संविधान का जो फ्रंट पेज है उस पर अखंड भारत नक्शा बनाया गया है, इस संविधान में कृषि, रक्षा आदि समेत अनेक महत्वपूर्ण विषयों के बारे में लिखा गया है, इस संविधान में 16 साल के बच्चों को मताधिकार का इस्तेमाल करने की इजाजात दी गयी है, जबकि चुनाव लड़ने की उम्र 25 साल तै की गयी है, धर्म संसद के लिए 543 सदस्य चुने जायेंगे, हिन्दू राष्ट्र का संविधान ब्रिटिशकाल के नियमों को समाप्त कर देगा, और सब कुछ वर्ण व्यवस्था के आधार पर चलाया जायेगा, त्रेता और दूआपर युग के आधार पर दंड और न्याय की प्रणाली को विकसित किया जायेगा, कुल मिला कर देश के वर्तमान संविधान से जिन लोगों को डर लगता है उन्होंने अपना संविधान बना लिया है

source : DB LIVE NEWS