नई दिल्ली:पश्चिम बंगाल में रविवार को रामनवमी के अवसर पर बजरंग दल द्वारा एक रैली में हथियार लहराए जाने के बाद विवाद बढ़ गया है। इस घटना की निंदा करते हुए सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हथियारों पर बैन लगाए जाने के बावजूद इन्हें रैली में लाया गया। उन्होंने यह सवाल भी पूछा कि क्या कभी राम को बंदूक लिए किसी ने देखा है?
रविवार सुबह पुरुलिया इलाके में बजरंग दल के सदस्यों ने तलवार लहराते हुए रैली निकाली। रैली में बजरंग दल के सदस्य हाथ में तलवार लेकर श्रीराम के नारे लगा रहे थे। यह भी कहा जा रहा है कि प्रशासन की तरफ से रैली की अनुमति नहीं दी गई थी। उधर सिलीगुड़ी में भी राम मंदिर महोत्सव समिति ने तलवारों के साथ रैली निकाली।
Politics of Mamata Banerjee is anti-secular. You are trying to control Hindu festivals, that is not possible. There is no change of heart, this is the change of conviction for vote bank politics: @RakeshSinha01, RSS Ideologue #RamNavamiRace
— TIMES NOW (@TimesNow) March 25, 2018
इससे पहले शनिवार रात को बर्धमान जिले में बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से लगाए गए रामनवमी के पंडाल में कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया था। इसमें चार लोग घायल हो गए थे और घायलों में से एक की मौत हो गई। इस वारदात के पीछे बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हाथ बताया है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
Did Lord Ram ask people to carry pistols and swords, wonders @MamataOfficial https://t.co/S8vYWg2x1r#RamNavami pic.twitter.com/NLJIOTXT5C
— Hindustan Times (@htTweets) March 26, 2018
बता दें कि दो दिन पहले ही बीजेपी प्रदेश प्रभारी दिलीप घोष ने कहा था कि रैलियों में पारंपरिक हिंदू हथियार भी होंगे लेकिन उसकी लोकेशन और संख्या नहीं बताई थी। उन्होंने कहा था कि रैलियों दोनों ही तरह से हथियारों के साथ और बिना हथियारों के भी। यह पार्टी का स्थानीय नेतृत्व और संगठन तय करेंगे। अगर प्रशासन जबरन रैलियों को रोकने का प्रयास करेगा तो झड़प होने के आसार हैं।
वहीं राज्य सरकार और खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी यह साफ कर चुकी थीं कि रैलियों में किसी तरह का हथियार नहीं लाया जाएगा। साथ ही रैलियों को 4 बजे के बाद की अनुमति दी गई थी। इससे पहले पिछले साल भी पुरुलिया और बर्धमान जिले में हुए विवाद के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ किया था कि राम नवमी के नाम पर किसी भी तरह की गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बजरंग दल पुरुलिया के जिला कोऑर्डिनेटर और अतिरिक्त जिला कोऑर्डिनेटर को समन किया है। इन्हें 12 अप्रैल को आयोग के दफ्तर में पेश होने को कहा गया है क्योंकि राम नवमी पर बजरंग दल द्वारा निकाली गई रैली में 10 बच्चों को तलवार लहराते देखा गया था।