Kranti Kumar
@KraantiKumar
BIG NEWS 🚨 दलित दूल्हे की सुरक्षा में 400 पुलिसकर्मियों को गांव में तैनात किया गया. ना इस गांव में मुग़ल हैं, ना पाकिस्तानी और ना ही चीनी या बांग्लादेशी.
इस गांव में रहने वाले सभी लोग HINDU होने का दावा करते हैं. लेकिन बात घोड़ी पर चढ़ने की आती है तब HINDU EKTA फुस हो जाती है.
AJMER के लवेड़ा गांव में अगड़ी जाति के लोगों ने धमकी दी, दलित दूल्हा घोड़ी नही चढ़ना चाहिए. परिवार ने पुलिस में शिकायत की, और सुरक्षा की मांग की.
HINDU जाति के नाम पर दूसरे HINDU पर हमला ना करें, इसलिए भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच दूल्हे को घोड़ी पर बैठाकर, बारात को सुरक्षित निकाला है
कौन है वो ससुर का नाती जऊन बोला देश में जातिवाद नही है.
Faith of india
@Ashwani79333953
जाति जो जाती नही…
जातिवाद की समस्या हमारे समाज में एक गहरी जड़ वाली समस्या है, जो न केवल भेदभाव को बढ़ावा देती है, बल्कि वंचित तबकों के बच्चों की प्रगति के रास्ते में भी सबसे बड़ी रुकावट बनती है।
एक छोटी सी प्यारी बच्ची की कहानी इस समस्या को और भी स्पष्ट करती है। वह बच्ची जो अपने स्कूल में पढ़ती है, उसके पास टैलेंट होने के बावजूद उसे अपने सहपाठियों से अपमानजनक शब्द सुनने पड़ते हैं। उन्हें कहा जाता है कि तुम नीच जाति की हो, जो कि बहुत ही दुखद और शर्मनाक है।
यह समस्या हमारे समाज में बहुत गहराई तक पहुंच गई है, और इसका समाधान करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। हमें अपने बच्चों को यह सिखाना होगा कि हर व्यक्ति समान है और जाति के आधार पर किसी को भी अपमानित नहीं करना चाहिए।
हमें अपने समाज में जातिवादी का कीड़ा खत्म करने के लिए एकजुट होना होगा और इसके खिलाफ आवाज उठानी होगी। हमें यह समझना होगा कि जातिवाद की समस्या हमारे समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है, और इसका समाधान करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।
इस समस्या का समाधान करने के लिए हमें निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
– जातिवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाना
– शिक्षा के माध्यम से जातिवाद की समस्या को समझाना
– समाज में जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाना
– सरकार से जातिवाद के खिलाफ कानून बनाने की मांग करना
हमें यह समझना होगा कि जातिवाद की समस्या हमारे समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है, और इसका समाधान करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।
Kranti Kumar
@KraantiKumar
अमेरिका में ही क्यों बिल गेट्स, स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग, एलन मस्क, जेफ बेज़ोस जैसे टैलेंटेड लोगों का जन्म हुआ.
अमेरिका का ECO SYSTEM ऐसा बना है कि यहां नए विचारों और शोध अध्ययन को प्रोत्साहन दिया जाता है.
अमेरिका में व्यापार का मतलब केवल लोहा, स्टील, बिजली, गेंहू, चावल, सब्ज़ी, ठेकेदारी नही है. अमेरिका में व्यापार का अर्थ नई सोच, नए आविष्कार को बेचना भी है.
बिल क्लिंटन ने Microsoft का आविष्कार किया.
लैरी पेज और सर्जे ब्रिन ने Google युग का आविष्कार किया.
मार्क जुकरबर्ग ने Facebook का आविष्कार किया.
एलन मस्क ने Tesla और Space X को आकर दिया.
जेफ बेज़ोस ने Amazon का आविष्कार किया.
भारत में इस तरह का आविष्कार करने की उम्मीद हमलोग IIT और IIM में पढ़ने वालों से करते हैं. लेकिन IIT मद्रास का डायरेक्टर वी. कामकोटि का कहना है तेज बुखार में वो गौमूत्र का इस्तेमाल कर ठीक हो जाता है.
पढ़ाने वाला गोबर ज्ञानी है तो IIT संस्थानों से कहां बिल गेट्स, मार्क जुकरबर्ग या एलन मस्क निकलेंगे.