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BIG BREAKING : पेट्रोल के दाम में 40 रुपये की कमी की गई!

पहले कोरोना महामारी और अब रूस-यूक्रेन युद्ध ने दुनियाभर में अर्थव्यवस्थाओं को हिलाकर रखा हुआ है. इसके चलते भारत समेत सभी जगह पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) आसमान छू रहे हैं. अब बढ़ती महंगाई के बीच लोगों को राहत देने वाली बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है. भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri lanka) में पेट्रोल के दाम 40 रुपये घटा दिए गए हैं. सरकार की ओर से अचानक की गई इस घोषणा के बाद लोग खुशी से उछल पड़े हैं.

पेट्रोल के दाम में 40 रुपये की कमी

श्रीलंका (Sri lanka) के ऊर्जा मंत्री कंचन विजयशेखर ने शुक्रवार को कहा कि देश में पेट्रोल के दाम (Petrol Price) में 40 रुपये की कमी कर दी गई है. अब लोगों को पेट्रोल 410 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मिलेगा. इससे पहले यह 450 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा था. श्रीलंका सरकार के इस फैसले के बाद वहां पर काम कर रही भारतीय कंपनी लंका इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने भी कहा है कि वह सरकारी मूल्य स्तर के अनुरूप पेट्रोल की कीमतों में कटौती करेगी.

The Hindu
@the_hindu
The Sri Lankan government slashed the price of petrol by Sri Lankan rupees 40 per litre, making diesel more expensive than petrol for the first time in the country.

Ranga Sirilal
@rangaba
For the first time in #SriLanka, diesel will cost more than petrol. With a 40-rupee reduction in O-92 petrol, it will be 20 rupees cheaper than a litre of auto diesel which remains at 430 rupees. Octane-95 petrol and super diesel will be on par at 510 rupees a litre.

Market News🇱🇰
@MarketNewsLK
Fuel prices reduced

92 Petrol reduced by Rs. 40/- to Rs. 410/- per litre

95 Petrol reduced by Rs. 30/- to Rs. 510/- per liter

No change in prices of other fuels

Power and Energy Minister

 

पेट्रोल से ज्यादा हुए डीजल के दाम

सरकार के इस फैसले से आम लोगों ने तो महंगाई से राहत ली है लेकिन कारोबारियों के चेहरे अब भी लटके हुए हैं. असल में सरकार के ताजा फैसले के बाद श्रीलंका में पहली बार डीजल के दाम पेट्रोल से ज्यादा हो गए हैं. वहां पर डीजल 430 रुपये प्रति लीटर के दाम ( Diesel Latest Price) में बिक रहा है, जबकि पेट्रोल के दाम अब 410 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. डीजल के दाम कम न होने से कारोबारियों को ट्रांसपोर्टेशन और मशीनों को चलाना काफी महंगा पड़ रहा है. जिसके चलते वे पहले की तरह काम-धंधे शुरू करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.

बता दें कि कोरोना महामारी के बाद से श्रीलंका की अर्थव्यवस्था अब तक पटरी पर नहीं लौट पाई है. उसकी रही-सही नैया चीन समेत दूसरे देशों से लिए गए विदेशों कर्जों ने डुबो दी है. श्रीलंका में इन दिनों महंगाई अपने चरम पर है और मुद्रास्फीति की दर 69.8% पर पहुंच गई है. अपने सबसे खराब आर्थिक दौर से गुजर रहे श्रीलंका की संकट की घड़ी में उसके खास दोस्त चीन ने भी साथ छोड़ दिया है. हालांकि भारत ने सच्चे पड़ोसी की भूमिका निभाते हुए उसकी बढ़-चढ़कर मदद की है.