अमरीका और इंग्लैंड ने यमन में कई आवासीय इलाक़ों पर बमबारी की है।
अल-मयादीन टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक़, अमरीकी और ब्रिटिश लड़ाकू विमानों ने यमन की राजधानी सना के अलावा भी कई इलाक़ों पर बम गिराए हैं। लड़ाकू विमानों ने यमन के मारिब, अल-बैज़ा, हज्जा और सादा प्रांतों के कई आवासीय इलाक़ों पर बमबारी की है। सना और सादा प्रांतों में होने वाले इन हमलों में अब तक 39 लोगों के शहीद और घायल होने की सूचना है।
यमन की सर्वोच्च राजनीतिक परिषद: हमलावरों को दर्दनाक सज़ा दी जाएगी
इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए यमन की सर्वोच्च राजनीतिक परिषद ने कहा है कि नागरिकों को निशाना बनाना अमेरिका की कमज़ोरी को दर्शाता है, और यह अपराध हमें ग़ज़ा का समर्थन करने से नहीं रोक सकेगा, बल्कि इससे स्थिति और अधिक कठिन और जटिल होगी। यमन की सर्वोच्च राजनीतिक परिषद ने इस बात पर ज़ोर दिया कि हमलावरों को पेशेवर और दर्दनाक तरीक़े से दंडित किया जाएगा।
यमन पर अमेरिकी हमले का जवाब ज़रूर दिया जाएगा
अंसारुल्लाह आंदोलन के राजनीतिक कार्यालय ने एक बयान में चेतावनी दी है कि अमेरिकी आक्रमण का जवाब ज़रूर दिया जाएगा। बयान में कहा गया है कि हमारी सेनाएं जवाबी कार्यवाही करने और जीत हासिल होने तक लड़ाई जारी रखने के लिए तैयार हैं।
अमेरिकी और ब्रिटिश हमला हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है
यमन के विदेश मंत्रालय ने भी इन हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि नागरिक ठिकानों पर अमेरिकी और ब्रिटिश हमला यमन की संप्रभुता और स्थिरता का स्पष्ट उल्लंघन है। मंत्रालय ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यह उल्लंघन ऐसे समय हुआ जब लाल सागर में शांति लौट आई थी और केवल इज़रायली जहाज़ों पर प्रतिबंध लागू थे।
अमेरिकी आक्रामकता का मुक़ाबला करना एक धार्मिक दायित्व है
यमनी उलेमा असेंबली ने हमले की निंदा की निंदा में एक बयान जारी कर कहा है कि अमेरिकी और ब्रिटिश आक्रमण का सामना करना और इस संबंध में जिहाद एक धार्मिक कर्तव्य और धार्मिक दायित्व है। यमनी उलेमा असेंबली ने ग़ज़ा के लोगों की मदद और समर्थन को एक इस्लामी और अटूट सिद्धांत क़रार दिया है, जिस पर दबाव, धमकियों, हवाई हमलों और मनोवैज्ञानिक युद्ध का कोई प्रभाव नहीं होगा।
यमन की सेना जवाब देने के लिए तैयार
अल-मायादीन नेटवर्क ने सना स्थित अपने संवाददाता के हवाले से घोषणा की है कि यमनी सेना देश के विभिन्न क्षेत्रों पर अमेरिकी और ब्रिटिश हवाई हमलों का व्यापक जवाब देने की तैयारी कर रही है।
@Misra_Amaresh
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#Yemen का बदला!
#American हमले के जवाब मे, Yemen ने उत्तरी लाल सागर में अमेरिकी विमानवाहक पोत ‘USS हैरी एस ट्रूमैन’ और इसके संबद्ध जहाजों को निशाना बनाकर 18 बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों और एक ड्रोन के साथ गुणात्मक सैन्य अभियान चलाया। और #Israeli जहाजों पर भी हमला किया।
@Misra_Amaresh
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#Breaking
31 शहीद और 100 से अधिक घायल… #Yemen की राजधानी सना पर अमेरिकी-ब्रिटिश आक्रमण घातक रहे (videos)। पर Yemen की सैनिक शक्ति पर कोई प्रभाव नही पड़ा।
Yemen के नेतृत्व की सीधी धमकी: हम इस तरह के हमले कब से झेल रहे हैं। अब #America #Israel जवाब के लिए तैय्यार रहें!
@Misra_Amaresh
@misra_amaresh
#Israel फिर झुका। Doha मे युद्धविराम वार्ता! अबकी #Trump-#Hamas सीधी बातचीत के साये मे! Hamas एक जिंदा American (Edan Alexander-pic) और 4 मृत कैदी लौटायेगा। बदले मे #Netanyahu सैकड़ो फिलिस्तीनी कैदी छोड़ेगा, aid, ceasefire, पर बात! भविष्यवाणी फिर सच!
Clash Report
@clashreport
Yemen’s Houthis claim that they targeted a US aircraft carrier with ballistic missiles and drones in the Red Sea.
Insider Paper
@TheInsiderPaper
BREAKING: US strikes on Huthis ‘put Iran on notice that enough is enough’ – White House
Nora Barrows-Friedman
@norabf
The US is not bombing Yemen because it is “fighting on Israel’s behalf.” The US and Israel are one singular rotten project of western imperialism and settler-colonial violence wreaking havoc on anyone who dares to intervene to stop the genocide of Palestinians.
Hend F Q
@LadyVelvet_HFQ
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Mar 15
The Financial Times reports that the US and Israel have approached countries in east Africa about taking in people from Gaza. They were declined just like they were kicked out of Uganda when the Zionists tried to create their little Israel there.