

Related Articles
अल्लाह को पुकारो चाहे सख़्ती में चाहे आराम में : जीवन में दुआ का स्थान व मक़ाम
एक शोध व अध्ययनकर्ता का कहना है कि इंसानों को जब आघात पहुंचता है तो उनकी समझ में आता है कि केवल अल्लाह निर्धारित व फ़ैसला करने वाला है, सब कुछ उसी के हाथ में है तो वे सब अल्लाह की शरण में जाना चाहते हैं परंतु जब वे आराम और नेअमत में होते हैं […]
दूसरों के ग़ुलाम न बनो कि अल्लाह ने तुम्हें आज़ाद पैदा किया है!
पार्सटुडे- (आज़ादी) अपमान के बंधन से इंसान की एक प्रकार की मुक्ति व रिहाई है और पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र व सज्जन परिजनों ने इस विषय पर बहुत बल दिया है। पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों से आज़ादी के बारे में बहुत सी हदीसें नक़्ल की गयी हैं जिनमें से हम यहां केवल आठ का […]
“सुब्हान अल्लाह व बिहम्दिही, सुब्हानल लाहिल अज़ीम” : अल्लाह हम सबको उसकी इताअत की तौफीक़ दे!
Shams Bond ====== वो बताए की जाहिल हो तुम,, हम फटाक से मान भी गए कि हम से बड़ा जाहिल कोई नै होगा । तब उन्होंने बोला कि कव्वाली कौल ( कथन,डायलॉग) का बहुवचन है ,जिसको नेक लोगों ने लिखा है अगर उसमें से वाद्य (म्यूजिक) निकाल दिया जाए तो बहुत जायज़ और हलाल […]