उत्तर प्रदेश राज्य

#Agra : ब्रह्माकुमारी आश्रम में सगी बहनो के सुसाइड मामले में मुख्य आरोपी नीरज सिंघल अरेस्ट!

TRUE STORY
@TrueStoryUP
ब्रह्माकुमारी आश्रम में सगी बहनो के सुसाइड मामले में मुख्य आरोपी नीरज सिंघल अरेस्ट

UP : आगरा के ब्रह्माकुमारी आश्रम में रहने वाली दो सगी बहनों की आत्महत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी नीरज सिंघल को गिरफ्तार कर लिया है। जगनेर के आश्रम में रहने वाली एकता और शिखा ने 10 नवंबर की रात को खुदकुशी कर ली थी। आत्महत्या से पहले बहनों ने 4 पेज का सुसाइड नोट लिखा था। इसमें नीरज सिंघल, उसके पिता समेत दो अन्य को जिम्मेदार ठहराया था। मंगलवार रात को पुलिस ने नीरज का गिरफ्तार कर लिया है। वह कोर्ट में समर्पण करने की फिराक में था।

TRUE STORY
@TrueStoryUP
ब्रह्मकुमारी आश्रम में 2 बहनो ने सुसाइड किया.. जाते जाते खोल गई सारा काला चिट्ठा

3 पेज के नोट में लिखें 4 के नाम… लिखा:-योगी जी इन्हें आसाराम की तरह जेल में रखें!

UP : आगरा के ब्रह्मकुमारी आश्रम में रहने वाले दो सगी बहनों एकता और शिखा ने सुसाइड कर लिया। दोनों बहनो ने आत्महत्या से पहले लिखे सुसाइड नोट में आश्रम से जुड़े तीन लोगों और एक महिला का काला चिट्ठा खोल दिया। इसमें रुपये हड़पने से लेकर अन्य अनैतिक गतिविधियों का पर्दाफाश किया गया है।इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को संबाेधित करते हुए लिखा कि आरोपितों को आशाराम बापू की तरह ही आजीवन कारावास दिया जाए। सुसाइड नोट के तथ्यों के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। जिन लोगों का सुसाइड नोट में नाम लिखा है, उनसे पुलिस पूछताछ करेगी।

तीन पेज का लिखा सुसाइड नोट…

ब्रह्मकुमारी आश्रम जगनेर में रह रही एकता और शिखा ने आत्महत्या से पहले चार पेज का सुसाइड नोट लिखा था। शिखा ने एक पेज पर ही अपनी पूरी बात लिख दी। जबकि एकता द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट तीन पेज का था। शिखा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि दोनाें बहनें एक वर्ष से परेशान थीं। उनकी मौत के लिए नीरज सिंघल, धौलपुर के ताराचंद, नीरज के पिता और ग्वालियर आश्रम में रहने वाली एक महिला जिम्मेदार है।

शिखा ने अपने सुसाइड नोट में मौत के जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है। एकता ने सुसाइड नोट में पूरे मामले का पर्दाफाश किया है। इसमें लिखा है कि नीरज ने उनके साथ सेंटर में रहने का आश्वासन दिया था । सेंटर बनने के बाद उसने बात करना बंद कर दिया। एक साल से हम बहनें रोती रहीं, लेकिन उसने नहीं सुनी। उसका साथ उसके पिता, ग्वालियर आश्रम में रहने वाली महिला और ताराचंद ने दिया। पंद्रह साल तक साथ रहने के बाद भी ग्वालियर वाली महिला से संबंध बनाता रहा। इन चारों ने हमारे साथ गद्दारी की।

आसाराम बापू की तरह मिले आजीवन कारावास..

एकता ने लिखा है कि
@myogiadityanath

जी इनको आसाराम बापू की तरह आजीवन कारावास होना चाहिए। इन लोगों ने हमारे साथ तो गलत नहीं किया, लेकिन बहुतों के साथ किया है। किसी से पैसे लाते हैं, उसी पर केस कर देते हैं। सुसाइड नोट में एकता ने यह भी लिखा कि यह लेटर मुन्नी बहन जी और मृत्युंजय भाई साहब के पास पहुंच जाए। पुलिस को आश्रम से सुसाइड नोट मिल गया है। इसमें लगाए गए आरोपों की पुलिस जांच कर रही है।