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दिल ज़ोरों से रोया है फिर….कुछ तो है जो खोया है फिर….By-सरिता जैन
Sarita Jain ================ जब भी अपनी अना से लड़ती हूँ इक मुख़ालिफ़ हवा से लड़ती हूँ। इन्तिहा दास्ताँ की करनी है इस लिए इब्तिदा से लड़ती हूँ। दोस्तों की जफ़ा नहीं समझी दुश्मनों की वफ़ा से लड़ती हूँ। मुझ पे गिरती हैं बिजलियाँ सी कई जब भी काली घटा से लड़ती हूँ। सर पे माँ […]
“पंख वाले बीजों की चिट्ठी”
Neelima Pandey ========== · “पंख वाले बीजों की चिट्ठी” _______________________ घर से पूरब दिशा में- ताल के किनारे भीट जैसी एक ऊँची खाईं पर एक बूढ़ा चिलबिल का पेड़ हुआ करता था। मुझसे उसका पहला परिचय मेरे बाबा ने करवाया था। चिलबिल का नाम भी अलग-अलग भाषा और जगहों पर अलग-अलग – चिरमिल या बनचिल्ला, […]
बारह मासा का एक गीत……By-अवध बिहारी श्रीवास्तव
अवध बिहारी श्रीवास्तव Lives in Kanpur, Uttar Pradesh From Varanasi, India ============ मित्रों बारह मासा का एक गीत पूस कांधे पर अभाव की लाठी पूस घूमता गांव मे गन्ने के रस पर दिन बीता रात बिताएंगे नारायण काकी कथरी ओढ़े चुप हैं काका बांच रहे रामायण हाथ पसारें कैसे जकड़ीं मर्यादाएं पांव मे भइया ने […]