

Related Articles
सूरै रहमान-फिर ऐ जिनों और इंसानों, तुम अपने ख़ुदा की कौन-कौन-सी क़ुदरतों का इंकार करोगे
Farooque Rasheed Farooquee ================== · . सूरै रहमान (मक्की) (आयतें- 78) अल्लाह के नाम से जो रहमान और रहीम है। वह रहमान ही है (1) जिसने क़ुरआन-ए-करीम की तालीम दी।(2) उसी ने इंसान को पैदा किया।(3) उसी ने इंसान को बोलना सिखाया।(4) सूरज और चांद एक ख़ास निज़ाम के तहत गर्दिश कर रहे हैं (5) […]
तसवूफ़ एक बदनाम लफ़्ज़ होकर रह गया है….तसवूफ़ क्या है? : Part-3
Razi Chishti ================ (3) अल्लाह swt फ़रमा रहा है कि आँखें उसको नहीं पासकतीं (6:103) और सूरह हज में फ़रमा रहा है कि बात यह है कि आँखें अंधी नहीं होती हैं लेकिन सीनों में जो दिल हैं वो अंधे होते हैं(22:46). इस तरह कुरान से दिल कि बीनाई साबित है फिर दिल से किस […]
बकरीद पर राजधानी में खत्म हुई फ़िरक़ापरस्ती-सुन्नी इमाम के पीछे शियाओ ने पढ़ी ईद की नमाज़- दिया ऐकता का सन्देश
लखनऊ: ईद के रोज़ आज जब सारे देश में शिया और सुन्नी मुसलमान अपनी-अपनी मस्जिदों में अलग-अलग नमाज़ पढ़ रहे थे, लखनऊ के आम लोगों ने शिया सुन्नी नमाज़ साथ-साथ करवाई. शिया लोगों के एक इमामबाड़े में सुन्नी मौलाना के पीछे सबने नमाज़ अदा की. यह ‘शोल्डर टु शोल्डर’ (Shoulder to Shoulder) नाम की एक […]