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तुम जल्दी क़त्ल कर दो…फ़िलिस्तीन का भविष्य….इतिहास का रहस्योद्घाटन करने वाली 5 किताबों पर एक दृष्टि!

पार्सटुडे- फ़िलिस्तीन में ज़ायोनी सरकार के गठन का उल्लेख बहुत सी किताओं में किया गया है और ये किताबें और इनके पढ़ने वालों ने इस जाली व ग़ैर क़ानूनी सरकार की वास्तविकता को आम जनमत के निकट रहस्योद्घाटन करने में महत्वपूर्ण भूमिका है।

यहां हम उन पांच किताबों का उल्लेख कर रहे हैं जिनमें ज़ायोनी सरकार की पहचान, व्यवहार और इतिहास को बयान किया गया है।

फ़िलिस्तीन का भविष्य

इस किताब में यह बयान किया गया है कि यूरोपीय देशों ने पश्चिम एशिया के जलमार्गों, ज़मीनों और स्रोतों पर क़ब्ज़ा करने के लिए किस प्रकार प्रयास किया है। इस किताब में इस बात की ओर संकेत किया गया है कि यूरोप ने यहूदियों को किस तरह फ़िलिस्तीन पहुंचाया। इसी प्रकार इस किताब में पश्चिम के साम्राज्य की ओर संकेत किया गया है।

“फ़िलिस्तीन का भविष्य” किताब की कहानी व रिवायत को वह न्यायप्रेमी गुट बयान करता है जो यह जानता है कि यूरोपीय देशों और अलबत्ता अमेरिका में भी बहुत कम लोग जानते हैं कि ज़ायोनी सरकार ने फ़िलिस्तीनियों के साथ क्या किया है और उन्होंने फ़िलिस्तीन के मज़लूम लोगों की आवाज़ को दूसरों तक पहुंचाने का फ़ैसला किया।

इस गुट के सदस्य स्वतंत्र रिपोर्टर और अमेरिका के न्यूजर्सी राज्य के रहने वाले थे। इस गुट के सदस्यों ने वर्ष 1881 से 1976 के मध्य घटने वाली घटनाओं के इतिहास को जमा और बयान किया और इसी प्रकार इस गुट के सदस्यों ने उन रिवायतों के ग़लत होने को सिद्ध किया जिसे ज़ायोनियों ने बयान किया था। क्योंकि ज़ायोनियों ने ऐसी मनगढंत कहानी बयान की थी जिसकी वजह से अमेरिका के लोगों ने उनका समर्थन किया था।

इस किताब के लिखने वालों ने पहले नंबर के प्रमाणों व दस्तावेज़ों से लाभ उठाया था ताकि वह अधिक से अधिक फ़िलिस्तीन में घटने वाली घटनाओं के मुताबिक़ हो। यहां तक कि इस किताब के लिखने वाले गुट के कुछ सदस्यों ने फ़िलिस्तीन में बहुत अधिक जंग व लड़ाई होने के बावजूद फ़िलिस्तीन की यात्रा की ताकि वे जो लिखना चाह रहे थे वह बिल्कुल वास्तविकता और सच्चाई से निकट हो और बेघर होने वाले फ़िलिस्तीनियों और संघर्षकर्ताओं से मुलाक़ात कर सकें।

तुम जल्दी क़त्ल कर दो

यह चार खंडों पर आधारित एक अन्य किताब है। इस किताब के लेखक ने 60 साल के अंदर अंजाम दी जाने वाली उन आतंकवादी कार्यवाहियों व हत्याओं को बयान किया है जिसे इस्राईल की गुप्तचर सेवा मूसाद ने अंजाम दिया है।