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संभाला तो आपने मुझे है वरना मैं तो…”
Sanjiv Kumar ============ ” देख ममता….इतनी-सी बात पर तू घर छोड़ मत जा।प्लीज़…।” कहते हुए मंजू ने ममता का हाथ पकड़ लिया। ” दीदी…इतनी-सी बात नहीं है।आपने अपशब्दों के तीर चलाकर मेरा कलेजा छलनी कर डाला है।” कहते हुए उसने अपना हाथ छुड़ाया और बक्से में अपना सामान रखने लगी। मंजू को चार महीने की […]
पढ़ाई मत करो शिक्षा लो…By-अरूणिमा सिंह
अरूणिमा सिंह ========= मैं एक किसान की बेटी हूँ। मैं जब छोटी थी तबसे लेकर अब तक अपने आस पास बहुत से बदलाव होते देखा है। उस समय अनाज का मूल्य रुपये की अपेक्षा अधिक होता था या यूं कहें कि अनाज को रुपये से अधिक महत्व दिया जाता था। घर की रोजमर्रा के वस्तुओं […]
#कहानी- स्वीकार
आज निपुणिका का दसवां जन्मदिन था. उसकी मां मंजरी ने उसकी पसंद की पार्टी के लिए ज़मीन-आसमान एक कर दिया. मेहनत तो वो हर बार करती थी, पर इस बार बेटी की तरफ़ से पार्टी को यादगार बनाने की फरमाइश भी थी. गेम्स हो या डेकोरेशन, खाना हो या रिटर्न गिफ्ट, हर चीज़ में कलात्मकता, […]