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आयरलैंड में तेलअवीव के दूतावास को बंद कर दिया गया, ज़ायोनी सरकार आयरलैंड की आवाज़ को नहीं दबा सकती!

पार्सटुडे- रविवार को ज़ायोनी सरकार के विदेशमंत्री Gideon Sa’arने दावा किया था कि इस्राईल विरोधी नीति के कारण आयरलैंड में तेलअवीव के दूतावास को बंद कर दिया गया है।

आयरलैंड के प्रधानमंत्री Simon Harris ने कहा है कि उनका देश ग़ज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़ ज़ायोनी सरकार के हमलों की निंदा करता रहेगा और ज़ायोनी सरकार आयरलैंड की आवाज़ को नहीं दबा सकती।

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार आयरलैंड के प्रधानमंत्री ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि इस्राईल ने डबलिन में अपना दूतावास बंद करने का जो फ़ैसला किया है उसका लक्ष्य आमजनमत को गुमराह करना है।

उन्होंने कहा कि क्या आप जानते हैं कि किस चीज़ की भर्त्सना की जानी चाहिये? ग़ज़ा में आम नागरिकों की हत्या, लोगों को भूखा छोड़ देना और मानवता प्रेमी सहायता का न पहुंचने देना। मेरे विचार में यह वह चीज़ें हैं जिनकी भर्त्सना की जानी चाहिये।

उन्होंने आगे कहा कि सब लोग आयरलैंड के स्टैंड के बारे में पूछते हैं मगर इस्राईल के कामों के बारे में क्यों नहीं पूछते? ग़ज़ा में निर्दोष बच्चों के ख़िलाफ़ नेतनयाहू ने क्या किया? यह एक विध्वंसक डिप्लोमेसी है।

उल्लेखनीय है कि रविवार को इस्राईल के विदेशमंत्री ने कहा था कि आयरलैंड की इस्राईल विरोधी नीति के कारण डबलिन में ज़ायोनी सरकार के दूतावास को बंद कर दिया गया है।

आयरलैंड ने पिछले मई महीने फ़िलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने का फ़ैसला किया था और डबलिन के इस फ़ैसले के बाद ज़ायोनी सरकार ने आयरलैंड से अपने राजदूत को वापस बुला लिया था।

पिछले सप्ताह आयरलैंड ने एलान किया था कि हेग की अंतरराष्ट्रीय अदालत में दक्षिण अफ़्रीक़ा ने इस्राईल के ख़िलाफ़ जो शिकायत की थी वह भी उससे जुड़ गया है।

अंतरराष्ट्रीय अदालत में ज़ायोनी सरकार पर ग़ज़ा में नस्ली सफ़ाया करने का आरोप लगाया गया है।